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तेजस्वी यादव ने कहा-जब आप बीजेपी से जुड़ जाते हैं तो भ्रष्टाचारी नहीं रह जाते हैं, क्या बीजेपी वाशिंग मशीन है?

नौकरी के लिए ज़मीन मामले में हुए चार्जशीट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है कि ये किस बात का एफ़आईआर है?

उन्होंने ख़ुद पर हुए चार्जशीट पर कहा, “लालू जी के मुख्यमंत्री का कार्यकाल 2004 से 2009 का था. मेरा जन्म हुआ 9.11.1989 को, तो समझिए कि 2004 में मेरी उम्र क्या रही होगी. मैं 2015 में पहली बार उपमुख्यमंत्री बना था. अभी जब दूसरी बार बना हूं तो एक साल भी नहीं हुआ. कौन सा अपराध कर लिया कि भ्रष्टाचारी कह रहे हो?”

उन्होंने ये सवाल किया कि जब आप बीजेपी से जुड़ जाते हैं तो भ्रष्टाचारी नहीं रह जाते हैं. वे बोले, “महाराष्ट्र में कुछ दिन पहले छगन भुजबल पर चार्जशीट हुआ लेकिन अब भाजपा के साथ आ जुड़े हैं तो वो धुल गए हैं. क्या बीजेपी वाशिंग मशीन है?”

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा, “यह कोई पहली चार्जशीट तो नहीं है और आख़िरी भी नहीं होगी. जिस दिन सरकार बनी थी. आठ अगस्त को ही हमने कहा था कि अब सरकारी जांच एजेंसियों का ये दुरुपयोग शुरू करेंगे. एक महीने पहले ही मैंने आप लोगों को बताया था कि मेरा नाम भी चार्जशीट में आएगा. क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में इन्हें डर है और पटना में जो महाजुटान हुआ लोगों का, इतनी बड़ी बैठक हुई उससे ये घबराए हुए हैं. क्योंकि बीजेपी अब जाने वाली है, ये जनता की, देशवासियों की मांग और पुकार है.”

तेजस्वी ने कहा, “बीजेपी के लोगों को बिहार के विकास या जनता की कोई चिंता नहीं है. नियमानुसार सदन को चलने दिया जाना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जा रहा है. इन लोगों को जनता के मुद्दे से कोई मतलब नहीं है. इनका मक़सद हंगामा मचाना और सदन को नहीं चलने देना है. इनके नेता कोई तार्किक बात नहीं करते.”

शिक्षकों के प्रदर्शन पर क्या बोले तेजस्वी?

उन्होंने कहा, “जहां तक शिक्षकों की बात है, माननीय मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट कर दिया है और वे इस मामले को स्वंय देख रहे हैं. जो भी शिक्षक नेता हैं, सब को बुला कर उनसे बात की जाएगी, संवाद किया जाएगा.”

“एक प्रधानमंत्री हैं, किसान नाक रगड़ता रह गया सड़क पर, महिला पहलवान हैं जो ओलंपिक में मेडल जीत कर लाती हैं उनके साथ शोषण होता है लेकिन प्रधानमंत्री जी नहीं सुनते.”

“लेकिन यहां माहौल अलग है. यहां लोकतंत्र है और हमें लोकतंत्र में विश्वास है. सब लोगों को बुला कर उनकी राय ली जाएगी और नियमानुसार जो काम होगा बिहार के हित के लिए, छात्रों के भविष्य के लिए, गुणवत्ता शिक्षा के लिए वो हम लोग निर्णय लेंगे.”

तेजस्वी ने कहा, “सरकारी नौकरियां निकल रही हैं. जल्द ही हम पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में नौकरियां लाने जा रहे हैं. तो उन लोगों को भी पक्की नौकरी देने का काम करेंगे.”