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मानो जब झूठ फुसफुसाता है, भीख मांगता है, तब हम दहाड़ते हुए दम तोड़ ही देते है…By-भारद्वाज दिलीप
भारद्वाज दिलीप ================= ८८दिन के ध्यान के बाद आज ______________________ मानो जब झूठ फुसफुसाता है, भीख मांगता है, कहानियों को सच होने के लिए मजबूर करता है। तब हम दहाड़ते हुए दम तोड़ ही देते है। और जब झूठी आत्मा भी मरने लगती हैं, और एक समय बाद फिर एक सत्य की शांति उड़ती धीरे-धीरे […]
देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए, बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए….झरना माथुर की एक ग़ज़ल और सावन गीत!
Jharna Mathur Blogger Lives in Dehra Dun, India From Bareilly =============== ग़ज़ल देख के हम उन्हें बेजुवां हो गए बिन कहे दर्द मेरे बयां हो गए फासले दरमियां इस तरह से बढ़े इश्क़ में उसके फिर इम्तिहाँ हो गए साथ हैं वो मिरे ये यकीं था मुझे क्यों वफ़ा के अजब से गुमां हो गए […]
*मैं तो केवल आपके लिये दही का इन्तज़ाम कर रहा हूँ*
Santosh Kumar Singh BJP ==================== जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। लोगों ने दूसरी शादी की सलाह दी परन्तु उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से […]