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नफ़रत फैलाने वाले भाषण एक ”बड़ा ख़तरा” हैं और भारत में ”स्वतंत्र एवं संतुलित प्रेस” की ज़रूरत है : उच्चतम न्यायालय

नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को टीवी समाचार सामग्री पर नियामकीय नियंत्रण की कमी पर अफसोस जताते हुए कहा कि नफरत फैलाने वाले भाषण एक ”बड़ा खतरा” हैं और भारत में ”स्वतंत्र एवं संतुलित प्रेस” की जरूरत है।.

शीर्ष अदालत ने कहा कि आजकल सब कुछ टीआरपी (टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट) से संचालित होता है और चैनल एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं तथा समाज में विभाजन पैदा कर रहे हैं। इसने कहा कि यदि कोई टीवी समाचार एंकर, नफरत फैलाने वाले भाषण के प्रचार की समस्या का हिस्सा बनता है, तो उसे प्रसारण से क्यों नहीं हटाया जा सकता।.