देश

नाइजीरिया और गिनी में नौ महीने से तेल चोरी सहित कई मामलों में बंदी रहे 16 भारतीय नागरिक वतन लौट आए!


नाइजीरिया और इक्वेटोरियल गिनी में नौ महीने से बंदी रहे 16 भारतीय नागरिक अपने वतन लौट आए हैं। दोनों देशों की सरकार के बीच कई दौर की वार्ताओं के बाद भारतीय नागरिकों को रिहा किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि तेल का टैंकर एमटी हिरोइक इडुन और उसके 26 सदस्य दोनों देशों में पिछले अगस्त से बंदी हैं। इन्हीं 26 लोगों में से 16 लोग भारतीय नागरिक थे।

कानपुर

➡नाइजीरिया के गिनी देश में 26 क्रू मेंबर पकड़े जाने का मामला

➡13 माह बाद भारत सरकार ने नाइजीरियन नेवी से कराया मुक्त

➡कानपुर के गोविंदनगर निवासी रोशन अरोड़ा को भी कराया मुक्त

➡नाइजीरिया नेवी से मुक्त होकर अपने घर पहुंचा रोशन अरोड़ा

➡परिवार वालों और पड़ोसियों ने किया जोरदार स्वागत

➡13 माह बाद बेटे को सुरक्षित देख भर आईं मां की आंखे.

परा मामला
अधिकारी ने बताया कि कैदियों को पहले गिनी में बंदी बनाया गया था, जिन्हें बाद में नाइजीरिया भेज दिया गया। शिप और उसके कर्मचारी तेल चोरी सहित कई मामलों में अपराधी हैं। कई दौर की वार्ताओं के बाद कर्मचारियों के ऊपर से सभी आरोप हटा दिए गए और शिप को भी अर्थदंड वसूलने के बाद छोड़ दिया गया। केस में जुटे अधिकारी लगातार दोनों देशों के संपर्क में थे। अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार ने गिनी और नाइजीरिया में अपने मिशन, द्विपक्षीय बैठकों में मामले को उठाया था। विदेश मंत्रालय ने भी कई स्तर पर भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए काम किया। नाइजीरियन सरकार के हस्तक्षेप के बाद कर्मियों को बंदी गृह में न ले जाकर उन्हें जहाज पर ही रहने दिया। उनके लिए खाने की व्यवस्था भी की गई। कर्मियों को नाइजीरियन सरकार ने समय-समय पर परिवार से बात करने की अनुमति भी दी थी। कानूनी प्रतिनिधित्व के लिए भारत सरकार ने शिपिंग कंपनी के साथ काम किया।

भारत पहुंचकर यह बोले लोग
भारत लौटे 16 नागरिकों में से एक विजिथ ने कहा कि भारत सरकार ने काफी मेहनत की है। वहां रहना हमारे लिए काफी खतरनाक था। लेकिन भारत सरकार ने हमारे लिए काफी मेहनत की। उन्होंने हमें भारत पहुंचाने के लिए काफी प्रयास किए हैं। मैं विदेश मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय राजदूत जी बालासुब्रमण्यम को शुक्रिया कहता हूं। वहीं दूसरे नागरिक सानू जोश ने कहा कि मैं भारत आकर बहुत खुश हूं। भारत सरकार के कारण ही मैं अपने शहर, अपने घर, अपने परिवार और अपने बच्चों के साथ हूं। हमारे साथ बहुत अनहोनी हुई है। लेकिन सरकार हर पल साथ रही।

Vinod Shelar
@BJPVinodShelar

हर्षवर्धन सावचे, जो इक्वेटोरियल गिनी की नौसेनाद्वारा हिरासत में लिए गए.‌ बाद में नाइजीरिया में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा का उल्लंघन करने के आरोप में जहाज के 16 भारतीय चालक दल में से एक थे, नौ महीने बाद आज वह गुजरात के वडोदरा में अपने परिवार और दोस्तों के साथ फिर से मिले.

DilliNews7
@news7dilli

पिछले वर्ष अगस्त से इक्वेटोरियल गिनी और नाइजीरिया में हिरासत में चल रहे 16 भारतीय नाविक स्वदेश लौट आए हैं।

एक तेलवाहक जहाज पर सवार इन नाविकों पर तेल की चोरी समेत अन्य कई आरोप लगाए गए थे। दोनों देशों की सरकारों के साथ लंबी बातचीत के बाद इन लोगों के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए गए।