कतर की खुफिया इकाई ने 30 अगस्त 2022 को भारतीय नौसेना के आठ रिटायर्ड अफसरों को गिरफ्तार कर लिया था। कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर सुग्नाकर पकाला, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश का जीवन संकट में है।
30 अगस्त 2022 को कतर में भारतीय नौसेना के 8 रिटायर्ड ऑफिसर अपने घरों में सो रहे थे।
तभी कतर के इंटेलिजेंस ऑफिसर उन्हें बिना आरोप बताए गिरफ्तार कर लेते हैं।
इन्हें अलग-अलग जगहों पर कैद रखा जाता है।
ये सभी कतर की नौसेना को ट्रेनिंग देने वाली एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे। pic.twitter.com/kXyyWVU4Ex— 🌷💅कन्हैया🌷व🌷मोदी🌷योगी🌹भक्त 💅🌹🌺 (@Verma18311652) April 1, 2023
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को अपने ट्वीट में कहा, अगस्त 2022 से कतर में एकांत कारावास में रखे गए भारतीय नौसेना के आठ दिग्गजों को मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय कहता है कि भारत के साथ ‘आरोपों को अब तक साझा नहीं किया गया है’।
मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने ट्वीट में लिखा, मोदी सरकार के नम्र समर्पण ने भारत को ‘विश्वगुरु’ बनाने के उनके लंबे दावों की पोल खोल दी है। भारत और कतर 2023 में राजनयिक संबंधों के 50वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं। इसके अलावा भारतीय, कतर में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। प्रधानमंत्री मोदी ने कतर में अपने समकक्ष को फीफा विश्व कप की शुभकामनाएं भेजीं, लेकिन हमारे बहादुरों के कीमती जीवन को बचाने के लिए हस्तक्षेप नहीं कर सकते। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में इस मामले को ‘बहुत ही संवेदनशील’ बताया था। गत वर्ष भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया देने वालों में ‘कतर’ पहला देश था। कतर ने उस वक्त इस मुद्दे पर भारत से सार्वजनिक माफी की मांग की थी। भारतीय राजदूत को समन किया था।
anand prakash
@aprakasu
मौत की तरफ बढते हुए…
आठ भूतपूर्व नेवी सैनिक… आठ महीने से कतर की कैद में…कभी देखा है मीडिया को… सरकार से जवाब मांगते हुए….😪
क्या कभी विदेश मंत्रालय (
@DrSJaishankar
) या प्रधानमंत्री कार्यालय (
@PMOIndia
) एक शब्द बोला ?
क्या
@BJP4India
बोली (
@AmitShah
@JPNadda
)