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नेतनयाहू की ख़तरनाक योजना : फ़िलिस्तीनियों के मुक़ाबले के लिए ज़ायोनी शासन ने अपने नागरिकों को हथियार उठाने को कहा!

ज़ायोनी शासन ने अपने नागरिकों को हथियार रखने की अनुमति देने की योजना का एलान करके फ़िलिस्तीन में स्थिति को पहसे से भी अधिक संकटमय बना दिया है।

इस्राईल के क़ब्ज़े वाले पूर्वी अल-क़ुद्स में फ़िलिस्तीनियों की हालिया जवाबी कार्यवाहियों के परिप्रेक्ष्य में इस्राईली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने अपनी कैबिनेट मीटिंग के बाद शनिवार रात देर गए यह घोषणा की।

नेतनयाहू की अब तक की सबसे कट्टर दक्षिपंथी कैबिनेट की मीटिंग में ज़ायोनियों को हथियार दिए जाने के अलावा, जवाबी कार्यवाही करने वाले फ़िलिस्तीनियों के घरों को ज़ब्त करने, उनके परिजनों को गिरफ़्तार करने और उन्हें उन्हें बेघर कर देने जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया।\

 

हालांकि अवैध क़ब्ज़ा किए गए फ़िलिस्तीनी इलाक़ों में रहने वाले हज़ारों ज़ायोनी नागरिकों के पास पहले से ही हथियार हैं, लेकिन अब ज़ायोनी शासन अधिक लोगों को सशस्त्र करने की योजना बना रहा है।

आए दिन ज़ायोनी नागरिक द्वारा फ़िलिस्तीनियों पर अंधाधुंध फ़ायरिंग करके उन्हें शहीद और ज़ख़्मी करने की रिपोर्टें मीडिया में आती रहती हैं।

गुरुवार को इस्राईली सैनिकों ने वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में हमला करके एक साथ 11 फ़िलिस्तीनियों को शहीद और अन्य 20 को ज़ख़्मी कर दिया था।

जिसके बाद शुक्रवार को जवाबी कार्यवाही करते हुए एक फ़िलिस्तीनी युवक ख़ैरी अलक़म ने पूर्वी अल-क़ुद्स स्थित एक सिनेगॉग में शहादत प्रेमी कार्यवाही में 8 ज़ायोनियों को मौत के घाट उतार दिया।

उसके बाद शनिवार को अल-क़ुद्स में एक फ़िलिस्तीनी लड़के ने फ़ायरिंग करके दो ज़ायोनियों को ज़ख़्मी कर दिया।

 

इस्राईलियों के सशस्त्र होने से फ़िलिस्तीनियों को कोई डर नहीं है

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोधी आंदोलन जिहादे इस्लामी के राजनीतिक कार्यालय के एक सदस्य का कहना है कि इस्राईलियों के सशस्त्र होने से फ़िलिस्तीनियों को कोई भय नहीं है।

ग़ौरतलब है कि शनिवार को नेतनयाहू की कैबिनेट की मीटिंग में ज़ायोनियों को हथियार दिए जाने के अलावा, प्रतिरोधी कार्यवाही करने वाले फ़िलिस्तीनियों के घरों को ज़ब्त करने, उनके परिजनों को गिरफ़्तार करने और उन्हें बेघर कर देने जैसे मुद्दों की योजना बनाई गई है।

जिहादे इस्लामी के सदस्य मोहम्मद अल-हिंदी ने रविवार को ज़ायोनी शासन की इस घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनी इस्राईल के अत्याचारों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और भविष्य में भी संघर्ष और प्रतिरोध जारी रखेंगे।

इस्राईली सैनिक 2023 की शुरूआत से अब तक यानी एक महीने से भी कम की अवधि में 30 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनियों को शहीद कर चुके हैं।

शुक्रवार को जवाबी कार्यवाही करते हुए एक फ़िलिस्तीनी युवक ने पूर्वी अल-क़ुद्स स्थित एक सिनेगॉग में शहादत प्रेमी कार्यवाही करके 8 ज़ायोनियों को मौत के घाट उतार दिया।

फ़िलिस्तीनियों की जवाबी कार्यवाही से घबराकर नेतनयाहू सरकार ने फ़िलिस्तीनियों को डराने का प्रयास किया है, लेकिन फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ताओं का कहना है कि पिछले सात दशकों के दौरान ऐसा कोई अत्याचार या अपराध नहीं है, जो ज़ायोनी शासन ने अंजाम नहीं दिया हो, इसलिए वह इस तरह की गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं।