नई दिल्ली: कहा जाता है उड़ान पंखों से नही बल्कि हौसलों से होती है,शायद इसी बात को सच साबित किया है कर्नाटक के एक छोटे से गाँव भटकल के रहने वाले एक नेत्रहीन क़ारी ने जिन्होंने क़ुरआन पाक कर् इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में भाग लिया था,जहां पर लगभग हर एक देश से प्रतिभागी मौजूद थे।
क़ारी अनीस भटकली ने अपनी शानदार आवाज़ और अच्छी याददाश्त की वजह से दुनिया के तमाम क़ारी और हाफिजों पर बाज़ी मारते हुए प्रथम स्थान पर क़ब्ज़ा जमा लिया है,भारत के लिये ये बहुत बड़े सम्मान की बात है कि दुनिया के सामने उनके यहाँ के हाफ़िज़ ने कॉम्पटीशन में जीत दर्ज की है।
भटकल कर्नाटक का एक छोटा सा गांव है लेकिन ये बस कहने को छोटा है यहां के नागरिक दुनिया के कोने कोने में रहते हैं,और इल्म दीन की खिदमात अंजाम दे रहे हैं,भटकल में आये दिन सेमिनार और कॉम्पटीशन होते रहते हैं,जिसमें भी देश विदेश से प्रतिभागी शामिल होते हैं।
भटकल की ये विशेषता है कि हर घर से एक वयक्ति बाहर विदेश में रहता है और हर घर मे कई कई आलिम दीन और हाफ़िज़ क़ुरआन हैं,भटकल वासियों का रहना सहना अरब तहज़ीब और कल्चर जैसा है।