खेल

पंजाब किंग्स ने आईपीएल के 999वें मुक़ाबले में चेन्नई सुपर किंग्स पर रोमांचक जीत हासिल की, आख़िरी पांच ओवर का रोमांच!

पंजाब किंग्स ने आईपीएल के 999वें मुक़ाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) पर रोमांचक जीत हासिल की. पंजाब किंग्स ने आखिरी गेंद पर लक्ष्य हासिल करते हुए सीएसके को चार विकेट से मात दी.

पंजाब की टीम की ये टूर्नामेंट में पांचवीं जीत है और उनके खाते में अब 10 अंक दर्ज हो गए हैं. चेन्नई के खाते में भी 10 अंक हैं. महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई टीम चौथे और शिखर धवन की पंजाब टीम पांचवें नंबर पर है.

ये पहला मौका है जब किसी टीम ने चेन्नई के मैदान पर 200 से ज़्यादा रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की है. पंजाब की टीम ने आखिरी पांच ओवरों में 72 रन बनाकर मैच का रुख पलट दिया.

201 रन का पीछा कर रही पंजाब किंग्स टीम को आखिरी ओवर में नौ रन की ज़रूरत थी. आखिरी ओवर डाल रहे थे मथीशा पथिराना.

ओवर की पहली पांच गेंदों पर छह रन बने. आखिरी गेंद पर तीन रन की ज़रूरत थी. स्ट्राइक पर थे सिकंदर रज़ा.

पथिराना ने धीमी गेंद डाली जिसे सिकंदर रज़ा ने डीप फाइन लेग की तरफ खेला और दौड़कर तीन रन ले लिए. रज़ा सात गेंद में 13 रन बनाकर नाबाद रहे. शाहरुख ख़ान ने तीन गेंद पर नाबाद दो रन बनाए.

पंजाब के ओपनर प्रभसिमरन सिंह टीम के टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने 42 रन बनाए.

पंजाब किंग्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स
पंजाब किंग्स ने सीएसके को चार विकेट से हराया

चेन्नई सुपर किंग्स – 200/4 (डेवोन कॉनवे- नाबाद 92 रन, सिकंदर रज़ा- 1/31)

पंजाब किंग्स-201/6 (प्रभसिमरन सिंह- 42 रन, तुषार देशपांडे- 3/49)

डेवोन कॉनवे मैन ऑफ़ द मैच

क्या बोले धोनी?
करीबी मैच में मिली हार की टीस कप्तान धोनी के चेहरे पर साफ़ दिखी.

धोनी ने कहा, ” मैं सोचता हूं कि 200 का स्कोर अच्छा था लेकिन हमने दो ओवरों में खराब गेंदबाज़ी की.”

धोनी का इशारा पंजाब की पारी के 16वें और 17वें ओवर की ओर था. किंग्स पंजाब ने 16वें ओवर में 24 और 17वें ओवर में 17 रन बनाए. यानी इन दो ओवरों में कुल 41 रन बनाए.

धोनी ने कहा, “हमें देखना होगा कि क्या प्लान ग़लत था या उस पर अमल ठीक से नहीं हुआ.”

आखिरी पांच ओवर का रोमांच

मैच में अधिकतर वक़्त चेन्नई टीम का पलड़ा भारी था लेकिन पंजाब की टीम भी लगातार संघर्ष में बनी हुई थी. आखिरी पांच ओवरों में पंजाब के बल्लेबाज़ों ने पूरा ज़ोर लगाते हुए मैच का रूख पलट दिया.

पंजाब किंग्स को आखिरी पांच ओवर में जीत के लिए 72 रन की ज़रूरत थी. क्रीज़ पर मौजूद थे लियम लिविंगस्टोन और सैम करन. दोनों ही बल्लेबाज़ों को तब तक रन बनाने में मुश्किल हो रही थी.

16वें ओवर में कप्तान धोनी ने तुषार देशपांडे को गेंद थमाई. ऐसा लगा मानो लियम उनका ही इंतज़ार कर रहे थे. पहली दो गेंदों पर उन्होंने छक्के जड़े. तीसरी गेंद पर लेग बाई के रूप में चौका मिला. चौथी गेंद पर लिविंगस्टोन ने एक और छक्का जड़ा और ऐसा लगने लगा कि मैच की रंगत बदलने जा रही है.

लेकिन पांचवीं गेंद पर लियम लिविंगस्टोन बाहर निकलती गेंद को हवा में खेल गए. ऋतुराज गायकवाड़ ने मौका नहीं गंवाया और लियम 24 गेंद में 40 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.

अब पंजाब को 24 गेंद में 48 रन चाहिए थे. गेंद रवींद्र जडेजा के हाथ थी. लियम की जगह आए जितेश शर्मा ने दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा. ओवर की पांचवीं गेंद पर सैम करन ने एक और छक्का लगाया. इस ओवर में कुल 17 रन बने.

पंजाब को आखिरी तीन ओवर में 31 रन चाहिए थे. 18वें ओवर में मथीशा पथिराना के हाथ गेंद थी. उन्होंने पहली ही गेंद पर सैम करन को बोल्ड कर दिया. वो 20 गेंद में 29 रन बनाकर आउट हुए.

लेकिन शर्मा रुकने को तैयार नहीं थे. उन्होंने ओवर की तीसरी गेंद पर चौका जमाया. इस ओवर में नौ ओवर बने.

आखिरी दो ओवर में पंजाब को जीत के लिए 22 रन बनाने थे. 19वें ओवर में धोनी ने तुषार देशपांडे पर भरोसा दिखाया. पहली ही गेंद पर चौका जमाकर शर्मा ने देशपांडे को दबाव में लेने की कोशिश की.

ओवर की चौथी गेंद पर रोमांच चरम पर पहुंच गया जब एस के रशीद ने शर्मा का कैच बिल्कुल बाउंड्री पर पकड़ा. शर्मा को आउट देने के लिए थर्ड अंपायर का सहारा लिया गया. थर्ड अंपायर ने कई बार कई एंगल से कैच को देखा और फिर शर्मा को आउट दिया. शर्मा 10 गेंद पर 21 रन बनाकर आउट हुए. ओवर की पांचवीं गेंद पर सिकंदर रजा ने चौका लगाया. देशपांडे ने वाइड फेंकी तो पंजाब के खाते में एक और रन जुड़ गया और आखिरी गेंद पर एक और रन बना.

आखिरी ओवर में पंजाब को नौ रन बनाने थे और हाथ में थे चार विकेट. आखिरी ओवर में गेंदबाज़ी मथीशा पथिराना के हाथ में थी. पंजाब के बल्लेबाज़ों ने आखिरी गेंद पर लक्ष्य हासिल कर लिया.

पंजाब की सधी शुरुआत

इसके पहले पंजाब को कप्तान शिखर धवन (28 रन) और प्रभसिमरन सिंह (42 रन) ने अच्छी शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़े.

अथर्व ताइडे ने 13 रन बनाए. अथर्व ने 17 गेंद का सामना किया और सिर्फ़ 76 के स्ट्राइक रेट से रन बना सके. इस वक़्त चेन्नई की टीम हावी दिख रही थी लेकिन पंजाब के बाकी बल्लेबाज़ों ने आखिरी ओवरों में भरपाई कर ली

चेन्नई की पारी
इसके पहले चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी चुनी.

डेवोन कॉनवे के नाबाद 92 रन की मदद से चेन्नई ने 20 ओवर में चार विकेट पर 200 रन बनाए.

कॉनवे ने ऋतुराज गायकवाड़ के साथ मिलकर चेन्नई को अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों ने 9.4 ओवर में पहले विकेट के लिए 86 रन से जोड़े. गायकवाड़ 37 रन बनाकर सिकंदर रज़ा का शिकार बने.

तीसरे नंबर पर आए शिवम दुबे ने 17 गेंद पर 28 रन बनाए. मोइन अली (10 रन) और रवींद्र जडेजा (12 रन) कुछ खास नहीं कर सके.

लेकिन सिर्फ़ चार गेंदों का सामना करने वाले कप्तान धोनी ने बल्ले से धमाका किया और नाबाद 13 रन बनाए.