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कभी यह सोचा है कि अगर हमारे ऊपर कोई जबरन नियंत्रण करने की कोशिश करें तो क्या होगा?…लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi_sinha ============ क्या हमने कभी यह सोचा है कि अगर हमारे ऊपर कोई जबरन नियंत्रण करने की कोशिश करें तो क्या होगा,,? प्रकृति के नियम अनुसार पतझड़ के मौसम में असंख्य पत्ते पैडों से गिरते हैं,परंतु इस पर न पेड़ रोते हैं और न गिरते हुए पत्ते। क्यों? क्योंकि वे प्रकृति के नियमों की भली-भांति […]
वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो!!By-यदवेंदेर शर्मा!!
रायता · Yadvinder Sharma · =============== वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। चाय का मजा, मिले, सिकी ब्रेड भी मिले। मुंह कभी दिखे नहीं, रजाई, खिसके नहीं। मां की लताड़ हो, या बाप की दहाड़ हो। तुम निडर डटो वहीं, रजाई से उठो नहीं। वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। मुंह […]
उस प्रक्रिया के बारे में ज्ञान, जो जीवात्मा को परमात्मा की ओर बढ़ने में मदद करती है : लक्ष्मी सिन्हा की रचना पढ़िये!
Laxmi Sinha =============== वेद का अर्थ है उस प्रक्रिया के बारे में ज्ञान, जो जीवात्मा को परमात्मा की ओर बढ़ने में मदद करती है,,,,,,,,,,,! आस्तिक कौन है? प्राचीन समय में एक आस्तिक को ऐसा व्यक्ति माना जाता था जो जीवात्मा, परमात्मा और देवों की वास्तविकता को स्वीकार करता था, बौद्ध युग में आस्तिक शब्द का […]