गुजरात 2002 दंगा भारत के इतिहास का सबसे भीषण हत्याकांडों में से एक है, 1947 में देश के बटवारे के बाद से अभी तक छोटे-बड़े हज़ारों सांप्रदायिक दंगे हुए हैं जिनमे लाखों लोगों की जान-माल का नुक्सान हुआ है, 1984 के सिख विरोधी दंगों में सिर्फ दिल्ली के अंदर ही 3500 लोगों को मार दिया गया था, ये उस समय तक का सबसे भयानक हत्याकांड था, 2002 में गुजरात में सरकार समर्थित हुए दंगों ने भारत में तमाम दंगों को पीछे छोड़ दिया था, इस दंगों में अनेक सामूहिक हत्याकांड हुए, अनेक बलात्कार हुए, आगज़नी हुई, सब कुछ सरकार की आँखों के सामने हुआ मगर सरकार ने कुछ नहीं किया, अब उन दंगों के मामलों में जब-जब फैसले अदालतों से आते हैं तो उनमे शामिल आमतौर पर सभी भगवा दंगाई बरी हो जाते हैं, गुजरात के मुसलमानों की दो दो बार हत्या हो रही है, बलात्कार के सजा पाए अपराधियों को जेल से छोड़ दिया जाता है, सामूहिक हत्याकांड, नरशंहार के अपराधी बरी हो जाते हैं, तो सवाल पैदा होता है कि जिन लोगों की दंगों में हत्या हुई थी क्या वो खुद मरे थे या किसी आसमानी शक्ति ने ”;प्राकृतिक” न्याय किया था?
‘पुलिस की मौजूदगी में 11 लोगों को किसने जलाया’
पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील शहशाद पठान ने कहा कि बरी करने के आदेश को गुजरात हाई कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। पठान ने कहा, ‘हम उन आधारों का अध्ययन करेंगे जिसपर विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को बरी करने का फैसला किया और आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ितों को न्याय से वंचित कर दिया गया है। सवाल यह है कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में 11 लोगों को किसने जलाया?’
कोर्ट में गवाह के रूप में पेश हुए थे अमित शाह
सितंबर 2017 में बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष (अब केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह पूर्व मंत्री माया कोडनानी के पक्ष में, बचाव पक्ष के गवाह के रूप में पेश हुए थे। वर्ष 2002 के गुजरात दंगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित SIT का यह 9वां मामला है। इस मामले में कुल 86 आरोपी थे, लेकिन उनमें से 18 आरोपियों की सुनवाई के दौरान मौत हो गई। इन आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किए गए थे।
गोधरा कांड के बाद की है घटना, 11 लोगों की हुई थी मौत
गोधरा में ट्रेन आगजनी की घटना में अयोध्या से लौट रहे 58 यात्रियों की मौत के एक दिन बाद 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद शहर के नरोडा गाम इलाके में दंगों के दौरान 11 लोग मारे गए थे। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 143 (गैरकानूनी जमावड़ा), 147 (दंगा), 148 (घातक हथियारों से लैस होकर दंगा करना), 129 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मुकदमा चला। अभियोजन पक्ष ने इस मामले में 187 जबकि बचाव पक्ष ने 57 गवाहों का परीक्षण किया। जुलाई 2009 में शुरू हुए इस मुकदमे में करीब 14 साल बाद अब फैसला आया है।
यूं सामने आया था बाबू बजरंगी का नाम
इस मामले में एक स्टिंग ऑपरेशन से बजरंग दल के बाबूभाई पटेल उर्फ बाबू बजरंगी का नाम सामने आया था। बजरंगी बाद में VHP और शिवसेना में शामिल हो गया था। स्टिंग ऑपरेशन में बाबू बजरंगी महाराणा प्रताप जैसा कुछ काम करने की बात कहता नजर आया था और उसने माना था कि दंगे के वक्त वह नरोडा में मौजूद था। उसे मार्च 2019 में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। गुजरात की मोदी सरकार में मंत्री रहीं माया कोडनानी को 2013 में नरोदा पाटिया, जहां 97 लोगों की हत्या की गई थी, मामले में दोषी ठहराते हुए 28 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। बाद में गुजरात हाई कोर्ट ने उन्हें छुट्टी दे दी थी।
Dr.Seema
@drseemat
गुजरात के नरोदा गाम दंगा केस में डॉ. माया कोडनानी, बाबू बजरंगी समेत सभी 69 आरोपी बरी हो गए हैं।
21 साल से इनमें से कई लोग जेल में थे। इन बेगुनाहों के जीवन के ये महत्वपूर्ण वर्ष कौन वापस करेगा?
हिंदुओं के देश में हिंदू पर यह अत्याचार कब तक होगा?
#Gujarat2002
– 21 साल पहले 11 लोग मरे, 13 साल चला केस और 6 जजों ने की सुनवाई, नरोदा गाम हिंसा मामले में सभी आरोपी बरी
सुधीर कुमार मुन्ना 🇮🇳🚩🕉️📿#३ह
@MunnaSudhir
अहमदाबाद की विशेष कोर्ट ने 2002 में हुए गुजरात के नरोदा गाम केस में 21 साल के लंबे इंतजार के बाद पूर्व मंत्री माया कोडनानी एवं बाबू बजरंगी सहित सभी 68 आरोपित को बरी किया। देर से ही सही मगर सत्य की जीत हुई।
‼️जय श्री राम‼️🚩
Nandkumar Kashinath Deochakke
@NandkumarKashi1
अमृत काल
गुजरात 2002 दंगल
नरोदा गाम केस मे सभी आरोपी बरी किये गये
Agrawal shree prakash
@Agrawalshreep62
आज की सुखद खबर – गुजरात के नरोदा गाम नरसंहार केस में आरोपी माया कोडनानी सहित 68 आरोपी कोर्ट ने बरी किए -सच की जीत हुई
Hem’s Bhatt
@Hemsbhatt9
Replying to
@news24tvchannel
नाम हे न्याय पालिका लेकिन इसमें कहीं न्याय दिखाता है। राहुल गांधी का केस हो या नरोदा गाम का केस या बिलकीस बानो, यह न्याय क्या होता है बीजेपी राज में??
Dr. Bharat 🇮🇳
@RASHTRABHAKT24
नरोदा गाम केस में माया कोडनानी समेत सभी आरोपी बइज़्ज़त दोषमुक्त करार। 🤗🇮🇳
अब जो लोग बोल रहे कि फिर उन 11 लोगों को किसने मारा तो उनके लिए जवाब है उन लोगों ने जिन्होंने गोधरा में 57 लोगों को जिन्दा जला दिया था।