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पूरा लंदन इस्राईल मुर्दाबाद के नारों से गूंजा : इस्राईल में आपस में ही भिड़ गए ज़ायोनी आतंकी : रिपोर्ट

जेनिन शिविर पर आतंकी और दमनकारी ज़ायोनी सरकार के पाश्विक हमलों के ख़िलाफ़ सैकड़ों लोगों ने लंदन में प्रदर्शन किया और “इस्राईल मुर्दाबाद” के ज़ोरदार नारे लगाए।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबक़, एक ओर जहां ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अवैध ज़ायोनी शासन के पाश्विक हमलों और उसके उत्याचारों का भरपूर समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इस देश की जनता सड़कों पर उतरकर फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में नारे लगा रही है। लंदन में प्रदर्शनकारियों ने इस्राईल के पाश्विक हमलों की निंदा की, आतंकी ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ जमकर नारे लगाए और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के साथ होने वाले अन्याय और आक्रामकता को जल्द से जल्द समाप्त किए जाने की मांग की। फ़िलिस्तीनी झंडे थामे प्रदर्शनकारी फ़िलिस्तीनी भूमि की आज़ादी और ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ इस अंदाज़ में नारे लगा रहे थे कि पूरा लंदन इस्राईल मुर्दाबाद के नारों से गूंज रहा था।

बता दें कि जेनिन शिविर पर दो दिवसीय हमले के बाद, जो सोमवार सुबह शुरू हुआ और दावा किया गया कि इसका उद्देश्य जेनिन में प्रतिरोध को ख़त्म करना था, आतंकी इस्राईली सेना के प्रवक्ता ने दावा किया कि हमने 300 लोगों को गिरफ़्तार किया है कि जिसमें 12 लोगों के पास हथियार थे। यह दावा ऐसे समय में सामने आया है जब हमले से पहले जेनिन में 300 से अधिक हथियारबंद लोगों के होने की बात कही गई थी। इस बीच जेनिन कैम्प पर आतंकी ज़ायोनी सैनिकों के हमले में 13 फ़िलिस्तीनी शहीद हुए हैं जबकि 117 फ़िलिस्तीनी घायल भी हुए हैं।

इस्राईल में शुरू हुआ नया खेल, आपस में ही भिड़ गए आतंकी ज़ायोनी

इस्राईली सूत्रों का कहना है कि एक वाहन ने प्रदर्शनकारियों पर हमला किया और प्रदर्शनकारियों के ऊपर वाहन चढ़ने के कारण 3 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

फ़ार्स समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्राईल में तेल अवीव पुलिस प्रमुख के जबरन इस्तीफ़े के ख़िलाफ़ बुधवार को हज़ोरों लोगों ने तेल अवीव के मुख्य राजमार्ग और अन्य प्रमुख चौराहों पर चक्का जाम कर दिया। तेल अवीव ज़िला कमांडर एमी एशिद ने पहले कहा था कि वह नेतन्याहू सरकार के सदस्यों द्वारा पुलिस कार्य में किए जा रहे हस्तक्षेप और राजनीतिक दबाव के कारण इस्तीफ़ा दे रहे हैं। एमी एशिद ने कहा कि वह इस्राईल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बिन गोवियर के काम करने के तरीक़े से पूरी तरह असहमत हैं। तेल अवीव पुलिस प्रमुख ने न्यायिक प्रणाली में बदलाव का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ अत्यधिक बल का उपयोग करने से इनकार कर दिया है, जिसके कारण यह स्थिति पैदा हुई।

इस बीच इस्राईली टीवी चैनलों पर लाइव प्रसारण में प्रदर्शनकारियों को तेल अवीव और अन्य शहरों को जोड़ने वाले राजमार्ग पर चक्का जाम करते और राजमार्ग पर अलाव जलाते हुए दिखाया गया है। पुलिस प्रदर्शनकारियों से भिड़ गई और पानी की बौछारों से उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की। पुलिस के एक बयान के अनुसार, कम से कम 25 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। ग़ौरतलब है कि अवैध अधिक्रित फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में ज़ायोनी प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतन्याहू के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला लगातार 26 हफ़्तो से जारी है और लोग उनके द्वारा पेश किए गए न्यायिक सुधार बिल का विरोध कर रहे हैं। ज़ायोनी सरकार के विपक्ष के नेताओं ने नेतन्याहू की कैबिनेट के न्यायिक सुधार विधेयक को न्यायपालिका को कमज़ोर करने और उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के तीन मामलों के अभियोजन को रोकने का प्रयास बताया है। विपक्षी नेताओं का मनना है कि नेतन्याहू कैबिनेट की इन कार्यवाहियों से गृह युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है जो धीरे-धीरे ज़ायोनी शासन के विघटन और पतन का कारण बन रही है।