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‘गौरवशाली दौर’ की वापसी…तब सब कुछ कितना अच्छा था!
BJP के पास UP में 2ab है, बाकी राजनीतिक दलों के पास क्या है? 2ab का मतलब है भावनात्मक मुद्दे. राजनीति दरअसल मानव जीवन और व्यवहार का ही विस्तार है. इसलिए अगर जीवन में भावनाओं का महत्व है, तो ये मानना कतई गलत होगा कि राजनीति में भावनाओं और भावनात्मक मुद्दों की जगह नहीं है. […]
अब अदालतों की ज़रूरत नहीं है, जजमेंट की ज़रूरत नहीं है, कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने की ज़रूरत नहीं : बुलडोज़र के सवाल पर पत्रकार बुशरा ख़ानम का शानदार आंकलन
इधर तोड़ते हैं तो उधर क्यों छोड़ते हैं, DB लाइव के पत्रकार राजीव के सवाल पर पत्रकार बुशरा ख़ानम का जवाब यहाँ प्रस्तुत है राजीव जी देखिये ये क्लियर मैसिज है और इसमें न तो सरकार कुछ छिपाने की दबाने की कोशिश नहीं कर रही है वो आप को साफ़ साफ़ बता रही है कि […]
बिहार में भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर रवीश कुमार ने कहा “बिहारियों राज्य को जलने से बचा लो”
नई दिल्ली: भारतीय पत्रकारिता में बहतरीन मक़ाम पाने वाले निष्पक्ष बेबाक और निडर पत्रकार रवीश कुमार को सम्मानजनक निगाहों से देखा जाता है क्योंकि उन्होंने भरतीय पत्रकारिता की डूबती हुई नैया को पार लगाने का काम किया है,और दरबारी पत्रकार न बनकर सच्चा सिपाही बनकर सच्ची बात कहने की हिम्मत दिखाई है। रामनवमी के बाद […]