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भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार किया, कहा-जुमलेबाज़ी बंद कीजिए प्रधानमंत्री जी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है.

गुरुवार सुबह पीएम मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न पर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य का भी जिक्र किया था.

अब भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी मणिपुर की घटना से ध्यान भटकाने के लिए छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम जोड़ रहे हैं.

उन्होंने कहा, “मणिपुर की घटना अलग प्रकार की घटना है. उसके बारे में बोलना चाहिए था, लेकिन छत्तीसगढ़ और राजस्थान को जोड़ने का औचित्य क्या है? हमारे प्रदेश को बदनाम करने का जो प्रयास किया जा रहा है वो दुर्भाग्यपूर्ण है.”

बघेल ने कहा, “पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ का नाम लिया, फिर मणिपुर का. एक तो पहली बार मीडिया के सामने आए और झूठ बोलकर गए. ये जुमलेबाजी बंद कीजिए प्रधानमंत्री जी. जो जिम्मेदारी आपकी है उसका निर्वाहन कीजिए.”

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

पीएम मोदी ने कहा, ”मणिपुर की घटना से मेरा हृदय दुख से भरा है. ये घटना शर्मसार करने वाली है. पाप करने वाले कितने हैं, कौन हैं वो अपनी जगह है, पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. मैं मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वो मां-बहनों की रक्षा के लिए कदम उठाएं.”

राजस्थान, छत्तीसगढ़, मणिपुर का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”घटना चाहे किसी भी राज्य की हो, सरकार चाहे किसी की भी हो, नारी के सम्मान के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करें.”

पीएम मोदी ने कहा, ”मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा. मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा.”

डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का पीएम को जवाब

ना सिर्फ सीएम बल्कि राज्य के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने भी पीएम मोदी के बयान की आलोचना की है.

टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर लिखा, “80 दिन, इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को ‘मणिपुर’ बोलने में, गुस्सा आने में! और, आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं, चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों. प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था बरकरार है, सुरक्षित शासन में है.”

“एनसीआरबी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामले 62% कम हुए हैं, पहले की भाजपा सरकार के मुकाबले. इसलिए, जब मणिपुर की ओर आखिरकार आपका ध्यान गया है, तो कृपया वहां फैली हिंसा और नफरत मिटाएं. मणिपुर के भाइयों-बहनों को शांति की ज़रूरत है.”