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उस गाव में एक फ़क़ीर आया, महामूर्ख ने उस फ़क़ीर के चरण पकड़े और कहा….
Apna mohalla-अपना मोहल्ला =========== एक गांव में एक महामूर्ख था। वह बहुत परेशान था, क्योंकि वह कुछ भी कहता लोग हंस देते; लोग उसको महामूर्ख मान ही लिये थे। वह कभी ठीक भी बात कहता तो भी लोग हंस देते। वह सिकुड़ा सिकुड़ा जीता था, बोलता तक नहीं था। न बोले तो लोग हंसते थे, […]
मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन चारों युग आते हैं, इस प्रकार राष्ट्रगान पूरी तरह भारतीय संस्कृति का संवाहक है : #लक्ष्मी_सिन्हा का लेख पढ़िये
Laxmi Sinha ============= हमारे राष्ट्रगान का प्रभाव ‘जन_ गण_ मन’ से होता है। मानव शरीर जहां विविध जनों का सूचक है तो मनुष्य की प्रवृतियां और सोच_विचार उनके गण हैं। इन्हीं गाणों के अधीन मनुष्य जीवनपर्यंत रहता है, जोमन को प्रभावित करता है।मन को नियंत्रण करने की साधना ऋषियों ने भी बताई है, जिससे मनुष्य […]
‘‘बहू….बाथरूम में दो दिन से तुम्हारे कपड़े पड़े है…
विवेक कुमार ================ ‘‘बहू….बाथरूम में दो दिन से तुम्हारे कपड़े पड़े है… उन्हें धो कर फैला तो दो।सुनयना ने आंगन में झाड़ू लगाते हुए कहा।‘‘अच्छा…फैला दूंगी, आप तो मेरे पीछे ही पड़ जाती है।बहू ने अपने कमरे से तेज आवाज में उत्तर दिया।‘‘इस में चिल्लाने की क्या बात है।‘‘चिल्लाने की बात क्यों नहीं है।कपड़े मेरे […]