रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने सैन्य और क्षेत्रीय सुरक्षा सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। रूसी रक्षा मंत्री का उत्तर कोरिया का दौरा ऐसे समय पर हुआ है, जब दोनों देशों के संबंध अमेरिका के साथ सबसे चुनौतीपूर्ण दौर में पहुंच गए हैं।
रूस और उत्तर कोरिया पर अमेरिका ने लगाया है प्रतिबंध
रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच जब से युद्ध की शुरुआत हुई है तब से लेकर अमेरिका ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए है, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि, इन सभी के बीच रूस का प्योंगयांग के साथ रिश्तों में काफी नजदीकियां देखी गई हैं। सोवियत संघ के विघटन के बाद उत्तर कोरिया के रिश्ते रूस के साथ इतना मधुर नहीं थे। मालूम हो कि शीत युद्ध के शुरुआती दिनों में सोवियत संघ के समर्थन से ही कम्युनिस्ट उत्तर कोरिया का गठन हुआ था।
यूक्रेन युद्ध में रूस को सहायता कर रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया यूक्रेन युद्ध में रूस के साथ गठबंधन कर रहा है। प्योंगयांग इस बात पर भी जोर दे रहा है कि अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिम की ‘वर्चस्ववादी नीति’ के कारण ही मास्को ने अपनी सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई कर रहा है। मालूम हो कि अमेरिका ने इस युद्ध में उत्तर कोरिया पर रूस को बड़े पैमाने पर हथियार मुहैया करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, उत्तर कोरिया ने अपने उपर लगे इस दावे का खंडन करते हुए सिरे से नकार दिया है।
सोवियत संघ के समर्थन से हुआ था उत्तर कोरिया का निर्माण
उत्तर कोरिया का गठन तब के रहे सोवियत संघ के समर्थन से हुआ था। हालांकि, एक राष्ट्र बनने के बाद उत्तर कोरिया दशकों तक सोवियत संघ से सहायता लेता रहा और उसपर निर्भर होता चला गया, लेकिन साल 1990 के दशक में सोवियत संघ का पतन हुआ तब उत्तर कोरिया की स्थिति खराब हो गई और देश को भयंकर अकाल का सामना करना पड़ा और इसका सामाजिक ताना-बाना चरमरा गया।
राष्ट्रपति पुतिन से जब पहली बार मिले थे किम जोंग उन…
प्योंगयांग और मॉस्को के बीच रिश्तों में नया मोड़ उत्तर कोरिया के साल 2017 में आखिरी परमाणु परीक्षण के बाद आया, जब किम जोंग उन ने दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए कई कदम उठाए। वह पहली बार साल 2019 में रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में एक शिखर सम्मेलन में पहली बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले थे, जिसके बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अक्टूबर में उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं थी। इसके बाद जून में रूस के राष्ट्रीय दिवस के लिए एक संदेश में किम ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ हाथ मिलाने और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने की कसम खाई।
उत्तर कोरिया करता रहा है रूस का समर्थन
यूक्रेन युद्ध में रूस को समय-समय पर उत्तर कोरिया का समर्थन मिलता रहा है। यूक्रेन से अगल हुए कई यूक्रेनी इलाकों को रूस द्वारा अपने में मिलाने के बाद उत्तर कोरिया ने क्षेत्रों की सबसे पहले स्वतंत्रता को मान्यता दे दिया। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर रूस के घोषित कब्जे के लिए समर्थन भी व्यक्त किया था।
इन दिनों रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू उत्तर कोरिया के दौरे पर हैं। साथ में चीन के प्रतिनिधि भी हैं। किम जोंग ने उन्हें अपने हथियारों की प्रदर्शनी दिखाई है।
उत्तर कोरिया के पास बैलिस्टिक मिसाइलों, परमाणु हथियारों और युद्धक विमानों का भारी जखीरा मौजूद है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने उन्हें अपने बैलिस्टिक हथियारों का जखीरा दिखाया है। विशेष बात यह है कि उत्तर कोरिया के हथियारों की प्रदर्शनी में रूस के साथ साथ चीनी प्रतिनिधि ने भी भाग लिया।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने देश की राजधानी प्यूंगयांग में सैन्य परेड के दौरान रूस और चीन के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मंच साझा किया और परमाणु क्षमता से लैस मिसाइलों एवं शक्तिशाली हथियारों का प्रदर्शन किया। सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि किम ने बृहस्पतिवार शाम को शहर के मुख्य चौक पर स्थित इमारत की बालकनी से रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और चीन की सत्तारूढ़ पार्टी के अधिकारी ली होंगझोंग के साथ परेड देखी।
मीडिया के अनुसार, सड़कों पर हजारों लोग जमा थे, जो मुख्य सड़क पर सैनिकों, टैंकों और विशाल अंतरद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने वाले वाहनों को देखकर नारे लगा रहे थे।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि परेड में हाल में विकसित निगरानी विमानों एवं युद्धक ड्रोन को भी प्रदर्शित किया गया। किम और शोइगु ने हाल में एक हथियार प्रदर्शनी में भी हिस्सा लिया था, जिसमें इन विमानों और ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था। केसीएनए ने हालांकि यह नहीं बताया कि किम ने परेड के दौरान कोई संबोधन दिया या नहीं।
समाचार एजेंसी ने उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री कांग सुन नाम के भाषण का अंश प्रकाशित किया। कांग ने परेड के दौरान अपने भाषण में इस आयोजन को ऐतिहासिक बताया और अमेरिका के प्रतिबंधों के जवाब में अमेरिका एवं उसके सहयोगी देशों के खिलाफ बड़ी जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि किम के नेतृत्व में उत्तर कोरिया निरंतर समृद्ध हो रहा है।