बदायूं की जामा मस्जिद के मुकदमे में मंगलवार को सुनवाई हुई। इस दौरान इंतजामिया कमेटी के वकील ने जामा मस्जिद के निरीक्षण कराने की मांग पत्र को लेकर अपना एतराज दाखिल किया। इंतजामिया कमेटी के वकील का कहना है कि यह मुकदमा सुनवाई के योग्य ही नहीं है, निरीक्षण तो बाद की प्रक्रिया है। इसका जवाब दाखिल करने के लिए हिंदू महासभा को समय दिया गया है। अब इस केस की सुनवाई 14 मार्च को होगी।
अब फिर हिंदू महासभा ने उत्तर प्रदेश बदायूं की जामा मस्जिद पर नीलकंठ मंदिर होने का दावा ठोका है,1223 में सुलतान अल्तमश ने इसे रज़िया सुलतान की पैदाइश पर बनवाया था. pic.twitter.com/PeFA74cuTD
— Adv.Nazneen Akhtar (@NazneenAkhtar10) September 5, 2022