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अकेले में बताना है तो कल मिलना, कल….शिवमूर्ती जी द्वारा लिखित कहानी!
विवेक कुमार ================ किर्र-किर्र-किर्र घंटी बजती है।एक आदमी पर्दा उठाकर कमरे से बाहर निकलता है। अर्दली बाहर प्रतीक्षारत लोगों में से एक आदमी को इशारा करता है। वह आदमी जल्दी-जल्दी अंदर जाता है। सबरे आठ बजे से यही क्रम जारी है।अभी दस बजे ए.डी.एम. साहब को दौरे पर भी जाना है, लेकिन भीड़ है कि […]
हम इतने बेवकूफ़ नही…..जाओ मौज करो…..
Tajinder Singh ============== हम इतने बेवकूफ नही….. एक दिन एक मित्र दो नारियल खरीद कर घर जा रहा था। एक बड़ा नारियल घर मे चटनी बनाने के लिए और एक छोटा नारियल ऊपरवाले पर चढ़ाने के लिए। आपने भी देखा होगा धर्म स्थलों के बाहर कभी अच्छे और बड़े नारियल नही मिलते। यही हाल देसी […]
बहु मैं भी अपने बेटे की इकलौती मां हूं…..!!….@लक्ष्मी कुमावत की क़लम से
तुमसा नहीं देखा =============== बहु मैं भी अपने बेटे की इकलौती मां हूं…..!! कितनी खुश थी आज सुमेधा जी। आज बेटे का प्रमोशन हुआ है तो बीमार होने के बावजूद भी अपने हाथों से रसोई में मैं जाकर उसकी पसंद का खाना और खास हलवा बनाने में लगी हुई थी। आखिर उनके बेटे सुजॉय को […]