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बिहार में चल रहे CBI छापे पर तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारी एकजुटता से डरते हैं मोदी, हम लोग डरने वाले नहीं हैं”

बिहार में चल रहे CBI छापे पर उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सदन में जवाब दिया है.

इस दौरान तेजस्वी ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा, “भाजपा का एक ही फ़ॉर्मूला है कि जो डरेगा उसको डराओ और जो बिकेगा उसे ख़रीद लो. लेकिन जैसे महाराष्ट्र में हुआ वैसे बिहार में नहीं हुआ.”

तेजस्वी ने कहा, “आप लोगों को पीड़ा हो रही है इसलिए जमाई को आगे कर दिया आप लोग पीछे हो गए. बिहार का बच्चा बच्चा जानता है कि बीजेपी जब जब हारती है इनको आगे करती है. सीबीआई, ईडी और आईटी को आगे करती है केंद्र सरकार.”

“समाज में समानता बराबरी, शांति भाइचारा और सौहार्द बनाने की क़ीमत मेरा परिवार, मेरे रिश्तेदार, मेरी बहनें, हम ख़ुद भुगत रहे हैं. हमलोग समाजवादी राजनीति के अंश और वंश हैं. हम लोग डरने वाले नहीं हैं.”

“आप डराइएगा और हम डर जाएँगे, ऐसा नहीं होगा. हम बिहार के लोग हैं. दिल्ली में बैठे हुए लोगों को बिहार समझ में नहीं आ रहा है.”

तेजस्वी ने कहा- इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टी को ख़त्म कर देंगे. नीतीश कुमार जी को तंग किया जा रहा था. जेडीयू को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा था. तो हम लोगों के पास उपाय क्या था? उपाय था कि देश को मिटने नहीं देंगे, समाजवादी राजनीति को ख़त्म नहीं होने देंगे. हम एक ही परिवार के लोग हैं. समाजवादी विचारधारा के लोग हैं.”

बिहार विधानसभा के इस सत्र में नीतीश कुमार की सरकार को बहुमत हासिल करना था, जो उसने आसानी से हासिल कर लिया. पिछले दिनों नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर सरकार बनाई.

पढ़िए तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में क्या-क्या कहा

आप लोग जो सोचे हैं कि हम लोग जो खेत जोते हैं उसमें फ़सल उगाने का काम कीजिएगा तो ये संभव नहीं है

इ बिहार है, आप लोग जो विभाजनकारी लोग हैं, जो देश में गंगा-जमुना तहजीब बिगाड़ना चाहते थे. उनको रोकने के लिए हम सभी लोग नीतीश कुमार जी के साथ मज़बूती के साथ खड़े हो गए.

आप ‘रन आउट’ की बात बोल रहे हैं. आप तो क्रिकेट खेले नहीं… हम तो कई बार खेल कर पैर भी तुड़वा लिए हैं. एक बार आउट होंगे… तब न दोबारा खेलने का मौक़ा मिलेगा.

इ जो जोड़ी है. धमाल मचाने वाली होगी. ये इनिंग्स नेवर एंडिंग इनिंग्स होगी. बिहार के इतिहास में देश के इतिहास में ये लंबी इनिंग्स होगी.

नीतीश कुमार जी ने पूरे देश के विपक्ष को उम्मीद देने का काम किया है. आदरणीय लालू जी ने साथ दिया. जो लोग डरेगा वो मरेगा. जो लड़ेगा वो जीतेगा.

बिहार आगे बढ़े तरक्की करे, देश आगे बढ़े. ये हमारी रणनीति है लेकिन आपकी रणनीति तो सबको पता है.

आपको आत्ममंथन करने की ज़रूरत है.

हमारे अभिभावक विजय चौधरी जी ने आपको समझाया लेकिन आपको अब भी समझ में नहीं आ रहा.

पूरा सफाया हो गया. ज्यादा घमंड में रहिएगा तो ये टूटता है, चकनाचूर होता है. अटल बिहारी जी अलग विचारधारा रखते थे. जब उनकी किडनी ख़राब थी तब राजीव गांधी जी ने उन्हें इलाज के लिए विदेश भेजने का काम किया.

आप लोग नीतीश जी की पार्टी को ही तोड़ने में लगे थे.

“हमारी एकजुटता से डरते हैं मोदी”

इनकी असली पीड़ा जो है वो डर है 2024 का. असल में ये लोग डरते हैं कि अगर हम सब लोग एकजुट हो जाएँ तो बिहार से जो संघ के लोग हैं उनका सफाया हो जाएगा.

असल में ये लोग केंद्र में कुछ काम तो किए नहीं. जो मुख्य एजेंडा है उससे ये लोग ध्यान भटकाना चाहते हैं.

हम धन्यवाद देते हैं मुख्यमंत्री जी का कि इन्होंने 10 लाख नौकरी की घोषणा की.

बिहार के लोगों को जानवर कहते हैं, बिहार के लोगों को गाली दे रहे हैं. ये गाली किसको दे रहे हैं. आइए स्वस्थ राजनीति करते हैं. मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है. हम मुद्दे की लड़ाई करना चाहते हैं.

बिहार के पटना यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिला सके. हम सभी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना चाहते हैं, बिहार को विशेष पैकेज मिले, ये चाहते हैं.

मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीनने की बात करते हैं. किसी की हिम्मत है कि नीतीश कुमार जी के रहते ऐसा करने की?

हम लोग काम करेंगे. हमारे पास राज और देश के इतिहास के ऐसे समय पर हैं कि दो ही विकल्प है.

या तो समाजिक तनाव बढ़ते हुए देश को विनाश की ओर जाते देखें या एक दूसरे का हाथ पकड़ कर इस नुकसान से बचा लें.

कहीं भी कुछ भी होगा, अगर अशांति का माहौल बनाने की कोशिश की जाएगी तो किसी दंगाइयों को हम नहीं छोड़ेंगे.

विरोध

इस भाषण के दौरान विपक्ष के नेता बार-बार सदन में विरोध कर रहे थे तो तेजस्वी ने कहा, “हाँ, ये बात सच है कि हमने इन पर आरोप लगाया, इन्होंने हम पर आरोप लगाया. जब आरोप लगा रहे थे तो इस सदन में माननीय मुख्यमंत्री जी ने हमको कहा था कि बाबू बैठ जाओ. उसमें रिश्ता भी था, अधिकार भी था और अपनापन भी था. तो हम बैठ गए. एक बार इन्होंने कहा था ये भाई समान दोस्त का बेटा है. ये रिश्ता हम लोगों का किसी से छुपा नहीं है.”