पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समय बिहार में हो रहे दंगों को लेकर विपक्ष की तीखी आलोचनाएं झेल रहे हैं। जहां एक ओर तेजस्वी यादव सहित राजद नेता नीतीश कुमार पर हमलावर हैं तो वहीं कांग्रेस ने उनको ‘असहाय’ बता दिया है।
"Willing to pay any price": Message from @NitishKumar's party on violence https://t.co/QsgS1wYcjG pic.twitter.com/OpMEsTqBcd
— NDTV (@ndtv) March 30, 2018
सीएम नीतीश कुमार की ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘सुशासन’ की छवि को नुकसान होते देख जेडीयू की ओर से भी बीजेपी को कड़ा संदेश देने की कोशिश की गई ताकि पार्टी अपने नेताओं पर लगाम लगाए। जेडीयू के महासचिव श्याम रजक ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि नीतीश जी कभी कानून-व्यवस्था के नाम पर समझौता नहीं करते है। चाहे इसके लिए कुछ भी हो जाए। पार्टी इसके लिए कोई भी कीमत देने के लिए तैयार है।
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी कहा था कि किसी हाल में बिहार में हिंसा और आपसी सौहार्द बिगाड़ने की नीयत को स्वीकार नहीं करेंगे। एेसा माना जा रहा था कि जो लोग इस तरह के काम में लगे हैं और सांप्रदायिकता के नाम पर बिहार की शांति को भंग कर रहे हैं उनके लिए ये कड़ा संदेश था।
Communal tension in Bihar puts Nitish Kumar in a fixhttps://t.co/wfHhfNfy9B pic.twitter.com/U18ivTqQEY
— Hindustan Times (@htTweets) March 31, 2018
लेकिन बिहार में आए दिन छोटी-छोटी घटनाओं को विस्तृत रुप देकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पुलिस और प्रशासन के आगे किसी की नहीं चल रही है और स्थिति को तुरत नियंत्रित कर लिया जा रहा है। बता दें कि रामनवमी से लेकर ही बिहार के भागलपुर से शुरू हुई हिंसा समस्तीपुर के कुछ इलाकों के साथ ही कुछ जिलों में बढ़ती चली जा रही है।
Nitish Kumar's opportunism has cost him his personal credibility. While Modi Govt rejects Bihar's demands, the BJP has set the State on fire with its communal pitch. https://t.co/Ov9BDSrZVT
— Congress (@INCIndia) March 31, 2018
मुख्यमंत्री इन घटनाओं से काफी असहज महसूस कर रहे हैं और पुलिस और प्रशासन को किसी भी विपरीत स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है