नई दिल्ली: देश मे आगामी चुनाव को लेकर बड़ी जोड़तोड़ की की राजनीति चल रही है,उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की तैयारी चल रही है,बहुजनसमाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने का गठबंधन लगभग तय होचुका है,जिसमें अब कॉंग्रेस और अन्य छोटे दलों से भी गठबंधन होगा,ऐसी भी चर्चाएँ होरही हैं।
इसी क्रम में एक खबर अरही है कि महाराष्ट्रा के आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन और भारिपा बहुजन महासंघ( बीबीएम) का गठबंधन होचुका है,पिछले दिनों दोनों दलों की तरफ से बातचीत की शुरुआत हुई थी,अब गठबंधन लगभग तय होचुका है कि दोनों उम्मीदवार साथ मिलकर उतारेंगे।
एआईएमआईएम प्रमख असदुद्दीन औवेसी ने बताया कि दोनों पार्टियों के बीच आरंभिक बातचीत में सकारात्मक परिणाम आए हैं. औवेसी ने कहा, ‘‘प्रकाश अंबेडकर (बीबीएम प्रमुख) दो अक्टूबर को औरंगाबाद में जनसभा को संबोधित करेंगे जिसमें मैं भी उपस्थित रहूंगा. गठबंधन का औपचारिक ढांचा बाद में घोषित किया जायेगा’’
औरंगाबाद से एआईएमआईएम के विधायक इम्तियाज जलील ने कहा कि गठबंधन का विचार 70 सालों से उपेक्षित दलितों, मुस्लिमों और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को साथ लाना है. इनका राजनीति में समुचित प्रतिनिधित्व नहीं है और इनका उपयोग वोट बैंक की तरह किया जाता है।
उन्होंने बताया, ‘‘यह सभी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के लिए शर्म की बात है कि महाराष्ट्र से संसद में मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं है. हर कोई उनका वोट चाहता है लेकिन प्रतिनिधित्व कोई नहीं देना चाहता. यही स्थिति दलितों की भी है.’’
वहीं पूर्व विधायक और बीबीएम के नेता हरिभाऊ भाले ने कहा कि दलित, मुस्लिम और अन्य पिछड़ा वर्ग मुख्यधारा की पार्टियों से परेशान हैं।