

Related News
झूठ का बाज़ार खुला है, आओ सच बोलें : पीएफ़आई प्रतिबंध की पृष्ठभूमि में….डॉ. मुहम्मद रज़ी इस्लाम नदवी का (उर्दू और हिंदी) लेख
डॉ। मुहम्मद रज़ीउल इस्लाम नदवी ============== झूठ का बाजार खुला है, आओ सच बोलें (पीएफआई प्रतिबंध की पृष्ठभूमि में) डॉ. मुहम्मद रज़ी इस्लाम नदवी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगियों को अंततः उनके नेताओं की सामूहिक गिरफ्तारी और जेल जाने के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था – यह आरोप लगाते हुए कि […]
“इन दो पिताओं को सुन लें, इससे पहले कि नेता आपको दँगाई बना दें” रवीश कुमार
आसनसोल हिंसा में मारे गए 16 साल के बच्चे की मौत के बाद मस्जिद में इमामत करने वाले पिता ने जनता को जिस प्रकार से शाँत किया उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है,NDTV के सम्पादक रवीश कुमार ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है पढ़िए “मैं शांति चाहता हूं। मेरा बेटा चला गया है। […]
सरकार को फिर से एक नयी ताड़ना नीति बनानी होगी, कुछ बातें कर ली जायें!
Kavita Krishnapallavi ================ कुछ बातें कर ली जायें! राजनीति, साहित्य और समाज के विभिन्न मुद्दों पर मेरी जो राय होती है, जो स्टैंड होता है, उसे दोटूक भाषा में रखती हूँ और व्यंग्य की शैली मेरी आदत सी है — चाहे थोड़ा हास्यमूलक हो, या थोड़ी ज़्यादा ही मिर्ची लगने वाली I फ़ासिस्टों से निर्भीक […]