भारत में चुनाव आयोग चुनावों को करवाता है, चुनाव आयोग का ही काम होता है कि नज़र रखे कि चुनाव साफ़-सुथरे, हिंसा रहति हों, किसी तरह की कोई गड़बड़ न हो, मतदातों को प्रभावित न किया जाये, तमाम बातें एक तरफ मगर सच्चाई ये है कि चुनाव में कोई गाइडलाईन काम नहीं करती है, चुनाव लड़ने वाले दिल खोल कर पैसा खर्च करते हैं हां चुनाव आयोग को जो हिसाब चाहिए होता है वो रिकॉर्ड ज़रूर जमा करवा देते हैं, चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी चुनावों को दौरान शराब, पैसा, साड़ियां, टीवी, फ्रिज आदि चीज़ें मतदातों को रिझाने के लिए देते हैं, यहाँ देखें नितिन गडकरी ने ” मटन” बांटने की बात खुद बताई है
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वह मुखर अंदाज में अपनी बात रखने के लिए मशहूर हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि कैसे एक-एक किलो मटन बांटने के बाद भी उनको चुनाव में शिकस्त मिली थी। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूक हैं, वह माल सबका खाते हैं, लेकिन वोट उसी को देते हैं, जिसको चाहते हैं।
VIDEO | "Every hour there are 18 deaths in road accidents in India. Loss of lives in road accidents is a serious issue and its solution is necessary," said Union Minister of Road Transport and Highways @nitin_gadkari during iRASTE NXT Conference in New Delhi. pic.twitter.com/KqTo6g6syf
— Press Trust of India (@PTI_News) July 24, 2023