दुनिया

बुरकिना फासो, ज़िम्बॉब्वे, माली, सोमालिया, सेंट्र्ल अफ़्रीकन रिपब्लिक और एरिट्रिया को मुफ़्त में अनाज सप्लाई करेंगे : पुतिन

सेंट पीटर्सबर्ग में हो रहे रूस-अफ़्रीका सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में रूस छह अफ़्रीकी देशों को मुफ्त में अनाज सप्लाई कर सकेगा.

सम्मेलन में पुतिन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में यूक्रेन के साथ हुए समझौते से रूस के बाहर निकलने के बाद रूस यूक्रेन से मिल रहे अनाज के बदले ख़ुद अनाज सप्लाई करने को तैयार है.

पुतिन ने कहा है कि रूस यूक्रेन से मिलने वाले अनाज की कमी को पूरा करने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा कि रूस छह अफ़्रीकी मुल्कों को तीन से चार महीनों के भीतर मुफ्त में अनाज सप्लाई करने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, “आने वाले तीन से चार महीनों में रूस बुरकिना फासो, ज़िम्बॉब्वे, माली, सोमालिया, सेंट्र्ल अफ़्रीकन रिपब्लिक और एरिट्रिया को (हर मुल्क को) 25 हज़ार से लेकर 50 हज़ार टन अनाज सप्लाई करने को तैयार हो जाएगा. हम कोशिश करेंगे कि ये अनाज मुफ़्त पहुंचाया जाए.”

यूक्रेन पर रूस के हमला के बाद यूक्रेन के बंदरगाहों में टनों अनाज फंस गया था और इस कारण वैश्विक स्तर पर अनाज संकट पैदा हो गया था.

बंदरगाहों में फंसे अनाज को बाहर निकाले जाने पर एक समझौते के तहत सहमति बनी थी. रूस ने कहा था कि वो अनाज से भरे जहाज़ों पर हमला नहीं करेगा.

लेकिन अब रूस के इस समझौते से हाथ खींच लेने के बाद उन मुल्कों के लिए मुश्किल स्थिति पैदा हो गई है जो यूक्रेन से मिल रहे अनाज पर निर्भर थे.

इससे पहले साल 2019 में रशिया-अफ़्रीका सम्मेलन का आयोजन हुआ था जिसमें अफ़्रीकी देशों के 43 नेताओं ने शिरकत की थी. उसके बाद इस साल हुई बैठक में कम ही नेता शिरकत कर रहे हैं.