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असली कथा आगे शुरू होती है….”साहब ! हम “ग़रीब” हैं, पर “बेईमान” नहीं हैं”
Sukhpal Gurjar ============== तस्वीर दिल्ली के एक साधारण टैक्सी चालक देवेन्द्र की है. देवेन्द्र मूलतः बिहार के रहने वाले हैं। एक दिन देबेन्द्र की टैक्सी में कश्मीर का निवासी बैठा जिसे एयरपोर्ट से पहाड़गंज तक जाना था। देवेन्द्र ने उसको पहाड़गंज छोड़ा, अपना किराया वसूला और वापिस टैक्सी स्टैंड की ओर चल पड़े। इसी बीच […]
मूल निवासी दिवस…….9 अगस्त…….By-Tajinder Singh
Tajinder Singh =============== मूल निवासी दिवस…….9 अगस्त मैंने कभी किसी आदिवासी समाज में राम जन्मभूमि या कृष्ण जन्म भूमि को मुक्त कराने को लेकर ऐसा उन्माद नही देखा जैसा समाज के दूसरे लोगों में देखा गया। क्या वे हिन्दू नही हैं? वैसे आदिवासियों की गिनती हिंदुओं में ही की जाती है। लेकिन उनका अपना धर्म […]
डरे हुए हैं लेखक, लेखकों को लगता है कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस उनकी आजीविका के लिए ख़तरा हो सकता है : रिपोर्ट
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग करने वाले ही नहीं, कहानियां लिखने वाले भी डरे हुए हैं. बहुत से लेखकों को लगता है कि एआई उनकी आजीविका के लिए खतरा हो सकता है. हाल ही में अमेरिका के ऑथर्स गिल्ड ने एक खुला खत लिखा, जिसका दस हजार से ज्यादा लेखकों ने समर्थन किया. इस पत्र […]