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दुःख सबके एक जैसे नहीं होते है…किसी के बहुत “छोटे” तो किसी के बहुत “बड़े” होते है!
वाया : कामसूत्र – स्वामी देव द्वितीय ============== · “चरित्रहीन – एक यात्रा वैश्यालय की” यौवन के मद में अनियंत्रित, सागर में खो जाने को आज चला था पैसो से मैं यौवन का सुख पाने को दिल की धड़कन भी थिरक रही थी यौवन के मोहक बाजे पे अरमानों के साथ मैं पंहुचा उस तड़ीता […]
वो शायद भगवान भी नहीं कर सकते, मां वो जो मन पढ़ ले…..By-Santosh Kumar Pant
Santosh Kumar Pant ============= · मां और शहर ———-:————– ईजा (मां).. ईजा (मां)….मि ऐ गईं (मैं आ गया हूं)..यह कहते हुए मैं अभी अभी ‘शहर’ से लौटा था, और मां से पूरे 1 साल के बाद मिला था,मां से लिपटा…लगा जैसे समंदर ने हज़ार नदियों को अपने अंदर समेट लिया हो।हजारों बरस तक अलग न […]
उन सभी पुरूषो को समर्पित, जो किसी भी उम्र में घर बार छोड़कर अन्य महिला से शादी के ख़्वाब देखते है
Dr.vijayasingh ============== उन सभी पुरूषो को समर्पित जो किसी भी उम्र में घर बार छोड़कर अन्य महिला से शादी के ख्वाब देखते है दोस्तो कवि की कल्पना है अन्यथा ना ले ……. मैं ओर मेरी तन्हाई अक्सर ये बातें करते हैं कि तुम होते तो कैसा होता तुम होते तो वैसा होता…तुम मुझसे कहते आज […]