प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने को लेकर एस जयशंकर ने पहली बार खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि वे इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा किसी और पीएम ने उन्हें मंत्री भी बनाया होता।
पुणे में अपनी किताब ‘द इंडिया वे: स्ट्रैटजीज फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड’ के मराठी वर्जन ‘भारत मार्ग’ की लॉन्चिंग के एक कार्यक्रम के दौरान जयशंकर ने कहा कि मंत्री बनने से पहले तक विदेश सचिव बनना उनकी महत्वाकांक्षा की सीमा थी। उन्होंने कहा, “मेरे लिए विदेश सचिव बनना मेरी महत्वाकांक्षा की सीमा थी। मैंने कभी मंत्री बनने के बारे में सोचा तक नहीं।”