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भाजपा : नुपुर-नवीन के बाद अब अरुण यादव, पार्टी कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहती है

हरियाणा भाजपा के एक शीर्ष नेता ने अमर उजाला को बताया कि अरुण यादव को केवल उनके पद से कार्यमुक्त किया गया है, लेकिन वे पार्टी के सदस्य बने रहेंगे। पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श के बाद इस मामले पर और कोई स्टैंड लिया जाएगा। नेता के मुताबिक, सभी कार्यकर्ताओं को किसी तरह की अभद्र टिप्पणी करने से बचने के लिए कहा गया है…

इस्लाम पर कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी के आरोप में भाजपा ने अपने हरियाणा आईटी सेल इंचार्ज अरुण यादव को पदमुक्त कर दिया है। नुपुर शर्मा औऱ नवीन कुमार जिंदल के बाद तीसरे बड़े भाजपा नेता अरुण यादव पर इस्लाम पर अवांछित टिप्पणियों के कारण कार्रवाई की गई है। सोशल मीडिया पर जिस प्रकार अरुण यादव की गिरफ्तारी को लेकर एक अभियान चलाया जाने लगा था, पार्टी बिना कोई देर किए उन पर एक्शन लेते हुए दिखना चाहती थी और यही कारण है कि उनके पुराने ट्वीट्स वायरल होने के तुरंत बाद पार्टी हरकत में आई और गुरुवार देर रात उन्हें पदमुक्त कर दिया गया। पार्टी अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने स्वयं इसकी जानकारी दी। हालांकि, धनखड़ ने अरुण यादव को हटाने का कोई कारण नहीं बताया है।

अरुण यादव के खिलाफ सोशल मीडिया में यह अभियान तब तेज हुआ जब उन्होंने मोहम्मद जुबैर और लीना मणिमेकलई के खिलाफ कुछ टिप्पणियां कर दीं। इसके बाद उनके पुराने ट्वीट्स को लेकर सोशल मीडिया पर यह मांग की जाने लगी कि जिस तरह मोहम्मद जुबैर को उनके पुराने ट्वीट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, उसी तरह अरुण यादव को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अपनी मांग के समर्थन में लोग उनके लगभग पांच साल पहले के कुछ ट्वीट्स की स्क्रीन शॉट भी शेयर कर रहे थे जिनमें कथित तौर पर अभद्र टिप्पणियां की गई थीं।

स्नेह यात्रा में बाधा बनेगी यह सोच

भाजपा ने हैदराबाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (2-3 जुलाई 2022) में यह निर्णय लिया है कि वह अल्पसंख्यक समुदाय का भरोसा जीतने के लिए पूरे देश में स्नेह यात्रा निकालेगी। अल्पसंख्यकों का भरोसा जीतने के इस अभियान के पूर्व उसके नेताओं के ये बयान बाधा बन सकते हैं। लिहाजा, ऐसे नेताओं पर कड़ी कार्रवाई कर भाजपा अल्पसंख्यक समुदाय को एक संकेत देना चाहती है। लेकिन इसी के साथ पार्टी के अंदर सवाल उठ रहे हैं कि वह कितने कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करेगी। अलग-अलग मौकों पर कार्यकर्ता कुछ टिप्पणियां करते रहे हैं जिन्हें बदले समय में अभद्र बताया जा सकता है।
नुपुर शर्मा प्रकरण से भाजपा ने ली सीख

दरअसल, नुपुर शर्मा विवाद के तूल पकड़ने के पीछे बड़ा कारण यह माना जाता है कि पार्टी ने समय रहते नुपुर शर्मा पर कार्रवाई नहीं की। लोग मानते हैं कि यदि पार्टी ने समय रहते नुपुर शर्मा पर कार्रवाई की होती तो यह मामला इतना तूल न पकड़ता। विपक्षी दलों और अल्पसंख्यकों के नाम पर राजनीति करने वाले कुछ लोगों को वह अवसर नहीं मिलता जिसके कारण पार्टी को देश-विदेश में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। यही कारण है कि मामला सामने आते ही अरुण यादव को पदमुक्त कर दिया गया।
पार्टी में बने रहेंगे

हरियाणा भाजपा के एक शीर्ष नेता ने अमर उजाला को बताया कि अरुण यादव को केवल उनके पद से कार्यमुक्त किया गया है, लेकिन वे पार्टी के सदस्य बने रहेंगे। पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श के बाद इस मामले पर और कोई स्टैंड लिया जाएगा। नेता के मुताबिक, सभी कार्यकर्ताओं को किसी तरह की अभद्र टिप्पणी करने से बचने के लिए कहा गया है।