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भाजपा सांसद ने संविधान से ”इंडिया” शब्द हटाने की मांग उठाई : वीडियो I.N.D.I.A

नई दिल्ली : आने वाले लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी नैशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) का मुकाबला करने के लिए बने 26 विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. (इंडियन नैशनल डिवेलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस) रखने का मुद्दा गरमाया हुआ है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सदस्य ने राज्यसभा में बृहस्पतिवार को देश के संविधान से इंडिया शब्द हटाए जाने की मांग उठाई।

उच्च सदन में भाजपा के सदस्य नरेश बंसल ने विशेष उल्लेख के जरिए यह मांग की और इंडिया नाम को औपनिवेशिक प्रतीक और दासता की बेड़ी करार दिया।

अपनी मांग के तर्क में बंसल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले वर्ष 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से किए गए राष्ट्र के नाम संबोधन का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने देश को दासता के प्रतीकचिह्नों से मुक्ति का आह्वान किया था।

Naresh Bansal
@bjpnareshbansal
आज संसद के मानसून सत्र मे विषेश उल्लेख मे मांग उठाई की देश का नाम इंडिया दैट इज भारत हटा कर केवल “भारत” होना चाहिए।आजादी के अमृत काल मे अंग्रेजी गुलामी के प्रतिक को हटा कर इस पुण्य पावन धरा का नाम संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर पुनः “भारत” रखा जाए ।

अपनी मांग के तर्क में बंसल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले वर्ष 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से किए गए राष्ट्र के नाम संबोधन का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने देश को दासता के प्रतीकचिह्नों से मुक्ति का आह्वान किया था।

बंसल ने कहा कि पिछले नौ वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी ने कई मौकों पर औपनिवेशिक विरासत और औपनिवेशिक प्रतीक चिह्नों को हटाने और उनकी जगह परंपरागत भारतीय प्रतीकों, मूल्यों और सोच को लागू करने की वकालत की है।

भाजपा सदस्य ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत का नाम बदल कर इंडिया कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और बलिदानियों की मेहनत के कारण 1947 में देश आजाद हुआ और 1950 में संविधान में लिखा गया, ‘इंडिया दैट इज भारत (इंडिया जो कि भारत है)’।

उन्होंने कहा कि देश का नाम सदियों से भारत ही रहा है और इसी नाम से उसे पुकारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत का अंग्रजी नाम इंडिया शब्द अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक है।

बंसल ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में गुलामी के प्रतीक को हटाया जाए। उन्होंने मांग की कि संविधान के अनुच्छेद एक में संशोधन कर ‘इंडिया दैट इज’ हटाया जाए और इस पुण्य पावन धरा का नाम भारत रखा जाए। उन्होंने कहा कि भारत माता को (इंडिया) नाम रूपी इस दासता की बेड़ी से मुक्त किया जाए।