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भारत में 1 जुलाई 2022 से एक बार इस्तेमाल कर फेंक दिए जाने वाले प्लास्टिक के सामान पर बैन लगया : रिपोर्ट

 

भारत में एक जुलाई 2022 से एक बार इस्तेमाल कर फेंक दिए जाने वाले प्लास्टिक के सामान पर बैन लग गया. जानिए क्या क्या सामान अब इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे आप.

प्लास्टिक कचरे का प्रदूषण
पर्यावरण मंत्रालय ने अगस्त 2021 में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन संशोधन नियम जारी किए थे जिनके तहत एक जुलाई 2022 से पूरे देश में एक बार इस्तेमाल कर फेंक दिए जाने वाले प्लास्टिक के सामान के उत्पादन, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

रोजमर्रा की चीजें
प्रतिबंधित सामान की एक सूची तैयार की गई है. इसमें कई ऐसी चीजें हैं जो लोग रोजमर्रा में इस्तेमाल करते हैं, जैसे प्लास्टिक के प्लेट, कप, गिलास, चम्मच, कांटे, चाकू और ट्रे.


ईयर बड
कान साफ करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ईयर बड के डंडे भी प्लास्टिक के होते हैं. उन पर भी प्रतिबंध लग गया है.

गुब्बारे, झंडे
गुब्बारों को पकड़ने के लिए उनमें जो डंडे लगाए जाते हैं वो भी प्लास्टिक के होते हैं. इस बैन के तहत वो भी प्रतिबंधित हैं. इसी तरह बाजारों और ट्रैफिक सिग्नलों पर आम मिलने वाले प्लास्टिक के झंडों पर भी बैन लगा दिया गया है.

खाने पीने की चीजें
खाने पीने की कई चीजों में भी प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है, जैसे कैंडी पकड़ने का डंडा, आइस क्रीम का डंडा, चाय-कॉफी में चीनी मिलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्टरर, जूस इत्यादि पीने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली स्ट्रॉ, मिठाई के डब्बों पर लपेटे जाने वाली पैकिंग फिल्म आदि.

सजावट का सामान
सजावट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पोलिस्टिरीन या थर्मोकोल पर भी यह प्रतिबंध लागू है. इसके अलावा प्लास्टिक के निमंत्रण कार्ड, सिगरेट के पैकेट और 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी के बैनर पर भी बैन लगा दिया गया है.

प्लास्टिक के थैले
75 माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक के थैलों पर तो 30 सितंबर, 2021 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है. 31 दिसंबर, 2022 से 120 माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक थैलों पर भी बैन लागू हो जाएगा.