देश

मणिपुर में यौन हमले का शिकार हुई महिला के पति ने क्या कहा, जानिये!

 

मणिपुर के थौबल जिले में यौन हमले का शिकार हुई एक महिला के पति ने कहा कि वो देश के लिए कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं लेकिन अफ़सोस है कि वो अपनी पत्नी की रक्षा नहीं कर सके.

19 जुलाई को दो महिलाओं को निर्वसत्र कर घुमाने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया. ये घटना 4 मई की थी.

कारगिल युद्ध लड़ने वाले असम रेजिमेंट के सूबेदार ने इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कहा, ”मैंने कारगिल युद्ध में देश के लिए लड़ाई लड़ी. मैं उस भारतीय शांति सेना का हिस्सा रहा जो श्रीलंका में तैनात थी. मैंने देश की रक्षा की लेकिन मुझे दुख है कि अपनी सेवानिवृत्ति के बाद मैं अपनी पत्नी और साथी ग्रामीणों की रक्षा नहीं कर सका.”

वो जब यह कह रहे थे तो उनकी आखें नम थीं. उन्होंने कहा, ”मैंने कारगिल में मोर्चे पर लड़ते हुए युद्ध देखा है. अब रिटायरमेंट के बाद जब घर पर हूं, तो मेरी अपनी जगह युद्ध के मैदान से भी ज्यादा खतरनाक हो गई है.”

इस घटना पर विपक्षी दल मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का इस्तीफ़ा मांग रहे हैं.

महिला के पति का आरोप है कि 4 मई की सुबह एक भीड़ ने इलाके के कई घरों को जला दिया.

उन्होंने कहा कि दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया और उन्हें लोगों के सामने गांव की पगडंडियों पर चलने के लिए मजबूर किया. उस दौरान पुलिस मौजूद थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की.

पूर्व सैन्यकर्मी इस मामले में चाहते हैं कि उन सभी लोगों को कड़ी सजा मिले, जिन्होंने घर जलाए और महिलाओं को अपमानित किया है.

अब तक इस मामले में कुल चार लोगों की गिरफ्तार कर चुकी है.

मणिपुर हिंसा में अबतक करीब 150 लोग मारे गए हैं और दर्जनों चर्चों को आग के हवाले कर दिया गया, जबकि 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं.