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मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी पर तंज कसा-न तो आरएसएस और न ही भाजपा ने देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी, आपमें से कोई भी जेल नहीं गया!

कर्नाटक की 224 सीटों वाली विधानसभा के मतदान के लिए तीन दिन से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सियासी दलों और नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। खरगे ने कहा कि उनका जैकेट मशहूर है और वह इसे दिन में चार बार बदलते हैं।

भारत की आजादी में आरएसएस और भाजपा के ‘योगदान’ का मुद्दा उठाते हुए खड़गे ने दावा किया कि जब कांग्रेसी अपने जीवन का बलिदान दे रहे थे, आरएसएस नेता बड़े सरकारी पद पाने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा, ‘मोदी कहते रहते हैं कि कांग्रेस ने पिछले 70 साल में क्या किया है। अरे भाई, अगर हमने 70 साल में कुछ नहीं किया होता तो आप इस देश के प्रधानमंत्री नहीं होते। हम आजादी लेकर आए।’

गांधी की टोपी, नेहरू की शर्टी और मोदी का जैकेट मशहूर
कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां एक जनसभा में राज्यसभा सदस्य ने कहा, महात्मा गांधी ने अपनी जान जोखिम में डालकर हमें आजादी दिलाई। उन्होंने आगे कहा, ‘गांधी टोपी गांधी की वजह से मशहूर हुई। नेहरू शर्ट नेहरू की वजह से मशहूर हुई। आपका (मोदी की) केवल जैकेट मशहूर है। आप रोजाना लाल, पीले, नीले और केसरिया रंग की चार जैकेट पहनते हैं। अब यह ‘मोदी जैकेट’ के नाम से मशहूर हो रहा है। वह जहां भी जाते हैं, केवल मोदी-मोदी। अरे! इस क्षेत्र और देश के लिए अच्छा करें। क्या कांग्रेस के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर देश आगे बढ़ेगा?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने डॉ बी.आर. अंबेडकर से भारतीय संविधान लिखने के लिए कहा था। इसने लोगों को मतदान के अधिकार सहित समान अधिकार दिए। अगर दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़े समुदाय पंचायत अध्यक्ष, विधायक, सांसद और मंत्री बन रहे हैं, तो यह कांग्रेस द्वारा राष्ट्र को दिए गए संविधान के कारण है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि यह 70 साल से पहले संभव नहीं था।

आजादी की लड़ाई में आरएसएस के योगदान का मुद्दा उठाया
उन्होंने कहा, ‘न तो आरएसएस और न ही भाजपा ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। यह हम हैं जिन्होंने इसके लिए लड़ाई लड़ी। आपमें से कोई भी (भाजपा/आरएसएस) जेल नहीं गया, आपकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति कभी फांसी के तख्ते पर नहीं गया। आरएसएस ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था कि दूसरों को आजादी के लिए लड़ने दें। उनके कैडरों का ध्यान सरकारी नौकरी पाने पर होना चाहिए। खरगे ने दावा किया कि उनके सभी कार्यकर्ताओं को सरकार और सेना में नौकरी मिल गई और वे उन स्थानों पर चले गए जहां ‘अच्छी गुंजाइश’ थी।

कर्नाटक के सांसदों से नहीं मिलते प्रधानमंत्री मोदी: खरगे
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक से चुने गए सांसद प्रधानमंत्री के समक्ष राज्य से संबंधित कोई मुद्दा नहीं उठा सके क्योंकि उन्हें उनसे मिलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘मोदी उनसे (सांसदों से) बात नहीं करते। यह दूर-दर्शन (दूर से देखें) द्वार से दर्शन की तरह है’। यह टेलीविजन देखने जैसा ही है।