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महिला आरक्षण बिल पर बहस जारी, सोनिया गांधी ने कहा यह राजीव का बिल!

भारत की संसद के निचले सदन में महिला आरक्षण बिल पर बहस चल रही है और राजनैतिक दल अपना पक्ष रख रहे हैं।

जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने महिला आरक्षण के लिए लाए गए नारी शक्ति वंदन बिल का समर्थन करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को ‘महिला सशक्तिकरण से कोई मतलब नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि कुर्सी बचाने के लिए ये कोई भी जुमलेबाज़ी कर सकते हैं. आप महिलाओं को छलने का काम करेंगे. महिलाएं जान गई हैं कि आप भारी जुमलेबाज़ हैं।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महिलाओं को आरक्षण दिए जाने को लेकर सुषमा स्वराज के योगदान का ज़िक्र किया और सवाल उठाया कि आखिर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने इन दोनों का नाम क्यों नहीं लिया?

निशिकांत दुबे ने कहा कि महिला आरक्षण बिल के लिए गीता मुखर्जी और सुषमा स्वराज ने काफ़ी संघर्ष किया।

महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण देने वाले नारी शक्ति वंदन अधिनियम को समर्थन देते हुए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि ये ‘मेरे साथी राजीव गांधी का ये सपना था, लेकिन मैं सरकार से जानना चाहती हूं कि महिलाओं को इसके लिए कितना लंबा इँतज़ार करना होगा?’

उन्होंने कहा कि मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम के समर्थन में बोल रही हूं, महिला ने असीम धीरज के साथ खुद को हारते हुए लेकिन आखिरी बाज़ी में जीतते हुए देखा. भारत की स्त्री के हृदय में सागर सा धीरज है, उसने अपने साथ हुई बेइमानी की शिकायत नहीं की. वो हिमायल की तरह अड़िग रही, वो आराम को नहीं पहचानती और थक जाना भी नहीं जानती. स्त्री ने हमें सिर्फ़ जन्म नहीं दिया उसने हमें सोचने लायक और शक्तिशाली बनाया है. हम स्त्री के त्याग को पहचान कर ही मनुष्य होने को सफल बना सकते है।