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अतीत की भांति भविष्य का भी यही हाल तय है और तब यह भी तय है कि तब हम इसी तरह रोते-पीटते कलपते रह जाने वाले हैं
via Shikha Singh ============= · राजीव थेपडा जी की वाॅल से *अगर आपका इस पोस्ट को सच्चे मन से पढ़ने का दिल चाहे !!* —————————————————- *समाज का एक तबका उद्विग्न है,स्त्री के प्रति जघन्य अपराध बढ़ते ही जा रहें हैं,लोग सरकारों को कोस रहे हैं,धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और हर अगले दिन कई स्थानों पर […]
सादगी व्यक्ति को आंतरिक शक्ति प्रदान करती है, बुद्धि बल और विवेक को बढ़ाती है : लक्ष्मी सिन्हा की रचना
Laxmi Sinha ============= अपनी आवश्यकताओं व इच्छाओं में संतुलन बिठाना, सीमित संसाधनों में प्रसन्न रहना और स्वभाविक एवं सहज रहना ही सादगी है। सादगी व्यक्ति को आंतरिक शक्ति प्रदान करती है। बुद्धि बल और विवेक को बढ़ाती है। मनुष्य की प्रतिष्ठा और चरित्र का निर्माण करती है। सादगी का सबसे बड़ा लाभ यही है कि […]
ख़ूब है इश्क़ का ये पहलू भी,,,मैं भी बर्बाद हो गया तू भी….
Mohd Iftakhar =============== अमेरिका के एक गणितज्ञ थे,उनकी बीवी ने तलाक़ देते हुए कहा था कि ये आदमी बुरे नहीं है लेकिन सुबह शाम दिन रात अपनी ही दुनिया में खोये रहते हैं,डिनर टेबल हो या बेडरूम,हर जगह अपना दिमाग़ जाने किस कैल्क्युलेशन में लगाये रहते हैं,तमाम अच्छाईयों के बीच इसी एक कमी के कारण […]