सेहत

मुश्त ज़नी से होनी वाली मर्दाना कमज़ोरी को दूर करने के लिए ”माजून लुत्फ़ अंदोज़” इस्तेमाल करें और फिर देखें कमाल!

हकीम मोलाना सैफुल्ला तालिब कासमी

 

माजून शबाब कबीर ख़ास

जो मर्दाना ताकत का शर्तिया इलाज और तमाम कमजोरियों को दूर कर देता है यह मैदे के समस्त रोगों पर काम करता है, भूख खूब बढ़ाता है लीवर को शक्ति दे कर स्वच्छ खून पैदा करता है, इसके कुछ ही दिनों के इस्तेमाल से चेहरा बिल्कुल अनार की तरह लाल हो जाता है, पिचके गाल भर जाते हैं ऐसे लोग जो कहते हैं कि खाया पिया नहीं लगता, इसका सेवन यह शिकायत दूर कर देता है.
दिमागी कमजोरी का मुकम्मल इलाज है, दिल का घबराना और दिल की कमजोरी को दूर करता है.
ऐसे लोग जो दिल की कमजोरी की वजह से मर्दाना शक्ति में कमी का शिकार है उनका बेहतरीन इलाज है, यह वीर्य को अधिक मात्रा में पैदा करता है और यह दवा वीर्य को गाढ़ा करके औलाद के काबिल बनाती है और वह लोग जो खासतौर पर योन कमजोरी की वजह से परेशान है, उनके लिए कमाल का नुस्खा है, इसके इस्तेमाल से नौजवानों वाली जिंदगी गुजार सकते हैं, शीघ्रपतन का हमेशा के लिए खात्मा कर देता है, जो लोग हर वक्त सुस्ती और थकावट का शिकार हैं उनके लिए बहुत सुंदर टॉनिक है.
हस्तमैथुन और संभोग की अधिकता से होने वाली कमजोरी को दूर करके खोई हुई ताकत को बहाल करता है, एक बार स्खलन के बाद दोबारा हिम्मत ना होना ऐसे रोगियों की बेहतरीन दवा है.


हाजिर है कमाल का नुस्खा:

सामग्री

फिलफिल सफेद
दालचीनी
चीता लकड़ी
बाबूना
जरावंद
सालब दाना
सालम पंजा
कुलंजन
अकर्करा ईरानी
सुरंजान शीरीं
तज
बादाम मीठे वाले, सब दो दो तोला
जायफल एक तोला
मगज अखरोट 3 तोला
मगज़ फिंदक 3 तोला
मगज चिलगोजा 3 तोला
मुनक्का 2 तोला
पुंबादाना 2 तोला
आर्द सिंघाड़ा 2 तोला
जावित्री 1 तोला
जाफरान कश्मीरी एक तोला
मूसली सफेद 2 तोला
मस्तगी रूमि 2 तोला
गोंद कतीरा 2 तोला
उस्तुखुद्दुस डेढ़ तोला
दाना इलायची खुर्द डेढ़ तोला
दाना इलायची कला डेड तोला
संदल सफेद डेड तोला
कुश्ता फौलाद 6 माशा
कुश्ता कलई 6 माशा
ताल मखाना एक तोला
मगज तमर हिंदी कला एक तोला
शतावर एक तोला
दरवंज अकरबी एक तोला
चांदी के वर्क एक तोला
शहद औरिजनल तमाम दवाओं से 3 गुना

तरकीब तैयारी
तमाम कोर्ट ने वाली दवाओं को बारीक कूटकर शहद में माजून बना लें, जाफरान को गुलाब जल में खरल करके शामिल करें,
खुराक 6 छः माशा सुबह व शाम गाय के हल्के गर्म दूध के साथ खाना खाने से एक घंटा पहले यानी खाली पेट इस्तेमाल करें।

दवा खुद बना ले या हम से बनी हुई मंगवा सकते हैं
किसी भी तिब्बी रहनुमाई व परामर्श हेतु संपर्क कर सकते हैं

माजून फलासफा कबीर

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जवानी में बुढ़ापा क्यों

माजून फलासफा कबीर के इस्तेमाल से चाहे जोड़ों में खला पड़ गया हो या हड्डियां भुरभुरी हो जाएं,आसाब जवाब दे जाएं, दिल दिमाग, लीवर, मैदा, गुर्दे कितने ही बूढ़े हो जावे, अब छड़ी थामे कुबड़ा होकर बेशक चल रहा हो, इस दवा के इस्तेमाल से सारा निजाम एक दफा जवानों की तरह हो जाएगा, बात समझ रहे हैं ना! छड़ी भी धरी रह जाएगी सीधा होकर चलेगा यानी बुढ़ापा तो दुरुस्त हो जाएगा लेकिन काम जवानों वाले कम ही करे।
लीजिए दवा हाजिर है ——
सैंड, मिर्च सियाह, फिलफिल दराज, दालचीनी, चीता लकड़ी, बाबूना, जरावंद, सालब दाना, सालम मिश्री, सालम पंजा, कुलंजन, अकर्करा ईरानी, सुरंजान शीरीं, तज, बादाम, जायफल, अखरोट, फिंदक, चिलगोजा, गिरी, मुनक्का, पुंबादाना, सिंघाड़ा, लोंग, जावित्री, जाफरान, मूसली सफेद, जुंद बेदस्तर, मस्तगी रुमी, गोंद कतीरा, उस्तुखुद्दुस, इलायची सफेद, इलायची सिया, संदल सफेद, कुश्ता फौलाद, कुश्ता कलई, सुपारी सफेद, तुखम रेहान, खरफा, लाजवंती, ताल मखाना, मगज तमर हिंदी कलां, सतावर, दरवंज अकरबी, हलीला सियाह.
अब बाकी चीजों का वजन अगर हर दवा 10 ग्राम लेंगे तो जाफरान, जुंद बेदस्तर, मस्तगी का वजन 2 ग्राम. और मुनक्का का वजन 30 ग्राम लें.
फिर सब दवाओं को अच्छी तरह से बारीक कूटकर इन सब दवाओं के वजन से 3 गुना शहद डालकर माजून तैयार कर लें।


खुराक:
6:00 माशा सुबह व शाम खाली पेट दूध के साथ इस्तेमाल करें

यह माजून फलासफा कबीर असल नुस्खा है
कोई भी कंपनी यह फलासफा तैयार नहीं करती किसी गलतफहमी में ना रहे, जो हजरत तैयार कर सकते हैं वह खुद से तैयार करें कोई खास महंगी नहीं है सही तरीके से मुकम्मल तैयार होने पर तकरीबन पर kg ₹7000 का खर्चा आ जाएगा.
रिजल्ट इतना ज्यादा है कि हम खुद हैरान रह गए और सोच से भी ज्यादा रिजल्ट मिला है.
मोहरों के रोग में इससे बढ़कर कोई दवा नहीं है।
यौन रोगों में सबसे आला दवा है.
जिस्मानी कमज़ोरी, मर्दाना कमज़ोरी, लीवर और गुर्दे की कमजोरी में अति लाभदायक है.
अगर खून की कमी हो तब भी तुरंत प्रभावी है।
जो लोग छड़ी के सहारे चलते हैं या जो कुबड़े हो गए हैं वह इसे खाएंगे तो चढ़ी रख देंगे और सीधे होकर चलेंगे, दायमी नजला जुकाम से हमेशा के लिए जान छूट जाती है।
अब इन सब रोगों में फायदा लेने के लिए जरूरी है कि दवा को बनाएं, इसी तरह जैसे मैंने लिखा है, बहुत ही सफाई और सुथराइ से कानून और नियम अनुसार तैयार दवा हो तो रिजल्ट भी देती है।

माजून फलासफा कबीर ऐसा मिश्रण है कि अगर इसको समझ कर इस्तेमाल कराने वाले आधी बीमारियों का इलाज किसी से कर सकते हैं

1- दिमाग की कमजोरी
वैसे तो यह नुस्खा दिल दिमाग गुर्दे आदि के लिए लाजवाब है.
लेकिन हर खुराक के साथ त्रिफला खार एक रत्ती साथ में इस्तेमाल कराने से दिमागी कमजोरी… दिमागी कमजोरी की वजह से नजर की कमजोरी चक्कर आना आंखों के सामने धागे से उड़ते महसूस होना…. सामने वाले का नाम बाज़ औकात अपने बच्चों तक के नाम भूल जाना आदि में बहुत मुफीद है।
2- दिल की कमजोरी
ऐसी कमजोरी जो खून की कमी से हो दिल की धड़कन अपने आप को सुनाई दे, दिल बोझल सा महसूस हो कुछ भी अच्छा ना लगे किसी का बोलना और बच्चों का शोर भी बुरा महसूस हो, फी खुराक सलाया अकीक एक से दो रत्ती…. साहिबे हैसियत लोगों के लिए जवाहर मोहरा फी खुराक चावल.


3 – गुर्दों की कमजोरी
ऐसी कमजोरी जो संभोग की अधिकता के कारण हो यह अकेला ही लाजवाब मिश्रण है.
4 – पेशाब का अधिक आना
यह शिकायत अक्सर अधिक उम्र वालों को होती है … उनके लिए फलासफा कबीर में बराबर वजन मगज पिस्ता कूटकर शामिल करके दुगना वजन की खुराक देना कामयाब इलाज है।
(प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने से पेशाब की तकलीफ वाले इसका अलग से इलाज कराएं)
5 – कमर दर्द ,मोहरों का दर्द, जोड़ों का दर्द, ऐसे दर्द जो कमजोरी से हो, हड्डियों के दरमियान का गुद्दा कम या खुश्क हो गया हो, जोड सख्त हो रहे हो, जोड़ों के दरमियान मौजूद लुआबदार मादा कम या खत्म होकर हड्डियां आपस में टकरा रही हो, मोहरों में दर्द हो, के लिए यह अकेला फलासफा कबीर ही लाजवाब मिश्रण है।
चिकित्सक अगर जरूरत महसूस करें तो फी खुराक जड़ असगंध का पाउडर 2 से 4 रत्ती
मोहरों के लिए की खुराक एक चावल खार गुल करैर ..… जोड़ों की सख़्ती के लिए फी खुराक कुश्ता बारहसिंघा दूध आख वाला आधी रत्ती का इजाफा करके फायदा हासिल कर सकता है।


6 – हड्डियों का भुरभुरा पन
वैसे तो यह मिश्रण खुद एक बेहतरीन मुकम्मल इलाज है, लेकिन अगर कैल्शियम की कमी ज्यादा हो तो फी खुराक कुश्ता सदफ मरवारीदी एक से तीन रत्ती तक……. और चूने का पानी 10 से 20 बूंद देने से शिफायाबी में बेहतरीन रिजल्ट हासिल किए जा सकते हैं।
7 – बीमारी के बाद की कमजोरी
आमतौर पर बीमारी के बाद कमजोरी को दूर करने में अच्छी खुराक … और शक्ति दायक दवाओं का सहारा लिया जाता है … सालासर कबीर को इस मकसद के लिए एक नंबर के मिश्रणों में शामिल किया जा सकता है … लेकिन एक बात हमेशा याद रखी जानी चाहिए कि ऐसे मरीजों का मैदा भी कमजोर होता है, लिहाजा उन्हें हाजमे के अनुसार दवाई खुराक से शुरू करके आहिस्ता आहिस्ता मात्रा बढ़ानी चाहिए।
8 – फलासफा कबीर बतौर पोस्टिक
वीर्य की पैदाइश बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, बजाते खुद यह मिश्रण है ही ऐसी रितुबात को पैदा करने के लिए, जो इंसान को लंबी जिंदगी तक सेहतमंद रखती है.
लेकिन वीर्य की कमी और शुक्राणुओं की कमजोरी के लिए .. फी खुराक 1 से 2 ग्राम मगज चिलगोजे का इजाफा बेहतरीन सहायक साबित होता है, अगर अंदरूनी इन्फेक्शन आदि के कारण हो तो पहले उसका इलाज किया जाना चाहिए. अगर मामूली हो तो कुत्ता संग अलग से एक रत्ती से 3 रत्ती तक दिन में दो बार सेवन करना अच्छा रिजल्ट देता है.
9 – महिलाओं में एग्स (अंडों) की कमी या कमजोरी ..
साला सा कबीर इस मामले में भी बेहतरीन मिश्रण है, लेकिन दूसरी समस्याओं को पहले दुरुस्त करके इस्तेमाल कराया जाए, लेकिन अगर एग्स ज्यादा कमजोर हो तो आधा ग्राम गोखरू फी खुराक शामिल करके सेवन करें, खाने नरम चीजों का इजाफा करें, बेहतरीन रिजल्ट मिलेगा।
10 – फलासफा कबीर बतौर शक्ति दायक टॉनिक ऐसे चिकित्सक या मरीज जो कुश्ते पर कुश्ता ठा कुश्ता… पोस्टिक पर पोस्टिक की दे मार … के बाद भी इधर-उधर मजीद की तलाश में रहते हो,,, उन से गुजारिश है कि तलाश खत्म करके जहनी तौर पर यकसूई इख्तियार करके, हर साल 1 से 2 महीना फलासफा कबीर खाएं तो ज्यादा फायदा हासिल कर सकेंगे.
बस इस मामले में इतना ही काफी है बाकी चिकित्सक की जिम्मेदारी है कि वह कैसे और क्या-क्या लाभ हासिल करने की सलाह याद रखता है.


11 – दूसरी बीमारियां मसलन कुबड़ापन, दायमी नजला जुकाम, शारीरिक कमजोरी, चेहरे की झुर्रियां आदि के लिए अति लाभप्रद है।
आखरी बात
अधिकतर एक सवाल आमतौर पर होता है कि क्या शुगर, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल, ट्राइग्लिसराइड आदि के रोगी भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
तो उनके लिए अर्ज है कि यह मिश्रण चिकित्सक से संबंधित है.
अगर आप इन बीमारियों का इलाज हकीम से करा रहे हैं तो बिना झिझक इसे इस्तेमाल कर सकते हैं, और अगर डॉक्टर से इलाज चल रहा है या डॉक्टर के कहने पर सारी जिंदगी के लिए ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल आदि की दवाई खाने का तय कर लिया है तो फिर इस्तेमाल न कीजिए क्योंकि आपका चिकित्सक इसके गुणों को नहीं जानता।

दवा खुद बना ले या हम से बनी हुई मंगवा सकते हैं

किसी भी तिब्बी रहनुमाई व परामर्श हेतु संपर्क कर सकते हैं

*माजून फलासफा कबीर मंगाने के लिए संपर्क करें

पार्सल व कोरियर द्वारा दवाई भेजने का विशेष प्रबंध है

हकीम मोलाना सैफुल्ला तालिब कासमी
9897440400
9058315004

माजून लुत्फ अंदोज

ये माजून उन लोगों के लिए है जिन्हें सोहबत के वक्त अज़वे खास (लिंग) में सख्ती नही होती और सिर्फ चंद कतरे मनी के निकलने के बाद इंतेशार ( इस्टेंडिंग) खत्म हो जाती है, अज्व में ढीलापन आ जाता है,

इस दवा के इस्तेमाल से अजवे खास में बेहद सख्ती पैदा हो जाती है और नफ्स रॉड के मानिंद सख्त हो जाता है और फुल इंतेशार आ जाता है,इसके अलावा टाइमिंग बढ़ जाती है, जीर्यान,अहतेलाम,को जड़ से खत्म करता है,और पट्ठों कोमज़बूत करता है कमर दर्द,मोहरों का दर्द, जोड़ गठिया यूरिक एसिड भी खत्म करता है, भूख बढ़ाता है चेहरे से झाइयां भी खत्म करता है, मुश्त जनी से होनी वाली मर्दाना कमज़ोरी को दूर करने के लिए एक बार इसे जरूर इस्तेमाल करें और दुआओं में याद रखे,


( नुस्खा)
ज़ाफरान कश्मीरी 1/2 माशा
मस्तगी रूमी 1/2माशा
शमा 1/2माशा
अंबर 3 माशा
जोहर मोहरा 3 माशा
मुश्क 1/2 माशा
मरवारीद 1/2माशा
तबाशीर 1/2माशा
लौंग 1/2माशा
जवात्री 1/2माशा
जायफल 1/2माशा
बेहमन सफेद 1/2माशा
बेहमन सुर्ख 1/2माशा
दारचीनी 1/2माशा
शकाकल मिसरी 1/2माशा
जंजाबील 1/2माशा
दरोंज अकरबी 1/2माशा
ऊद असली 1/2माशा
ऊद सलीब 1/2माशा
सालब मिसरी 1/2माशा
जदवार खताई 1/2माशा
जवाहर मोहरा 1/2माशा,

सारी दवाओं को कूट छानकर शहद मिलाकर माजून बनाएं और रात में एक चने दाने बराबर दूध से इस्तमाल करें,
नोट,,,बनी बनाई असली दवा के हमे आर्डर करें ,

हकीम मोलाना सैफुल्ला तालिब कासमी