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मुसलमान शासक इस्राईल हत्यारे और उसके समर्थकों के मुकाबले में डट जायें : मौलाना फज़्लुर्रहमान

मौलाना फज़्लुर्रहमान ने कहा कि आज फिलिस्तीनियों को हर समय से अधिक हमारे समर्थन की ज़रूरत है।

पाकिस्तान के जमईते आलेमाये इस्लाम पार्टी के नेता मौलाना फज़्लुर्रहमान ने आज शुक्रवार का नाम “अलअक़सा तूफान” नाम रखा और एलान किया कि आज फिलिस्तीनियों को हर समय से अधिक हमारे समर्थन की ज़रूरत है अतः इस्लामी शासकों को चाहिये कि इस्राईल हत्यारे और उसके समर्थकों के मुकाबले में डट जायें।

समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार मौलाना फज़्लुर्रहमान ने आज अपने एक संदेश में कहा कि इस्राईल हत्यारा और अतिग्रहणकारी एक वहशी जानवर और क्रूर शासन बन गया है जो फिलिस्तीनियों के खून और गज्जा के विनाश का प्यासा है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि आज समूचे पाकिस्तान में लोग जुमे की नमाज़ पढ़ने के बाद जायोनियों के खिलाफ फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने बल देकर कहा कि अमेरिका और यूरोप ने सदैव एक वहशी, अतिग्रहणकारी और हत्यारे इस्राईल का समर्थन किया है और आज हम एक बार फिर मुसलमानों और फिलिस्तीनी लोगों से पश्चिम की शत्रुता के साक्षी हैं। उन्होंने इस्लामी देशों के शासकों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी तरह खुलकर इस्राईल हत्यारे और उसके समर्थकों के मुकाबले में आ जाना चाहिये।

इसी प्रकार उन्होंने इस्लामी सहयोग कांफ्रेस ओआईसी सहित अंतरराष्ट्रीय संगठनों का आह्वान किया है कि वे गज्जा पट्टी का परिवेष्टन खत्म कराने और गज्जा पट्टी के लोगों की समस्याओं के समाधान में अपनी भूमिका निभायें। इसी प्रकार मौलाना फज़्लुर्रहमान ने कहा कि कल शनिवार को भी अलअक़सा तूफान के समर्थन में और फिलिस्तीनी राष्ट्र से एकजुटता दर्शाने के लिए पिशावर में प्रदर्शन होगा।

उधर पाकिस्तान के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने अतिग्रहणकारी इस्राईल द्वारा गज्जा पट्टी के परिवेष्टन की कड़ी भर्त्सना की थी और राष्ट्रसंघ से तुरंत गज्जा के लोगों की सहायता करने और इस्राईल के हमलों को बंद कराने का आह्वान किया था।

मुमताज़ ज़हरा ने कहा था कि वर्तमान स्थिति इस्राईल के 7 दशकों के अतिक्रमण और अतिग्रहण की याद दिलाती है और इस्राईल की कार्यवाहियां और हमले राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों सहित अंतरराष्ट्रीय कानूनों की उपेक्षा के सूचक हैं जबकि राष्ट्रसंघ फिलिस्तीनी राष्ट्र को अपना भविष्य निर्धारित करने के अधिकार को मान्यता प्रदान करता है।