उत्तर प्रदेश राज्य

मेरठ : करंट लगने से छह कांवड़ियों की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है, परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल : लेटेस्ट रिपोर्ट

मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र में शनिवार रात को दर्दनाक हादसा हो गया। 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से डाक कांवड़ टकराने के बाद छह कांवड़ियों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई और चाचा-भतीजा शामिल हैं। सभी मृतक राली चाैहान के रहने वाले हैं। 10 से ज्यादा लोग झुलस गए हैं। उन्हें कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना से गुस्साए कांवड़ियों ने रोड पर जाम लगा दिया।

गुस्साए ग्रामीणों व कांवड़ियों ने विद्युत विभाग के जेई और लेखपाल को सस्पेंड करने की मांग कर दी। कांवड़ियों का कहना था कि बिजली आपूर्ति बंद नहीं किए जाने से हादसा हुआ। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने छह कांवड़ियों की मौत की पुष्टि की है।

अधिकारियों के मुताबिक मृतकों में हिमांशु (14) उसका भाई प्रशांत (16) पुत्र सुरेंद्र चंद्र सैनी, लखमी 40) पुत्र भगीरथ और उनका भतीजा मनीष (18) पुत्र विनोद, महेंद्र (45) पुत्र कमल सिंह, लक्ष्य और प्रशांत हैं।

गांव के लोगों ने बताया कि राली चौहान गांव के रहने वाले 20 के करीब कांवड़ियां बृहस्पतिवार को हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने गए थे। शनिवार रात को आठ बजे डाक कावंड़ लेकर सभी गांव लौट रहे थे। भावनपुर थाना क्षेत्र में राली चौहान से एक किलोमीटर पहले अचानक से डीजे कावंड़ का फ्रेम 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया।

करंट लगने से 15 से ज्यादा कांवड़ियां झुलस गए। घायलों को आनंद अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, लाइफ लाइन और वेदांता में ले जाया गया। चार कांवड़ियों हिमांशु, महेंद्र, प्रशांत, लखमी को डॉक्टरों ने आनंद अस्पताल में मृत घोषित कर दिया।

मनीष सैनी की मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। 12 वर्षीय लक्ष्य भी अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गया। विवेक और कई अन्य की बुरी तरह झुलसने के कारण नाजुक हालत बनी हुई है।

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि झुलसे हुए लोगों को तत्काल उपचार दिलाया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम अस्पतालों में जा रही है। हादसा कैसे हुआ इसको लेकर मजिस्ट्रेट की कमेटी बना दी गई है। वहीं, गांव में पांच कावड़ियों की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। गुस्साए कांवड़ियों ने रोड जाम कर दी है।

हाईटेंशन लाइन से टकराई डाक कांवड़

मेरठ में शनिवार को कांवड़ यात्रा के दौरान भीषण हादसा हुआ। यहां भावनपुर थानाक्षेत्र में हाईटेंशन लाइन की चपेट में डाक कांवड़ आने के दौरान हादसा हो गया। कई कांवड़िया हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए, इनमें से छह की मौत हो गई जबकि कई बुरी तरह झुलस गए। सूचना पर पुलिस मौके पर दौड़ी और झुलसे लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। बताया गया कि कई की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों में चाचा भतीजा भी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार कांवड़ लेने के लिए विशाल, अजय, अभिषेक, मनीष, योगेश, रोहताश, प्रदीप, अनुज, विनीत, सेंसर, महेंद्र, मोहित, प्रिंस, हिमांशु, सूरज और सचिन गए थे। ये सभी शनिवार को कांवड़ लेकर वापस शिवालय की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान भावनपुर थानाक्षेत्र के राली चौहान में बड़ा हादसा हो गया।

डाक कांवड़ के साथ चल रहे डीजे के हाईटेंश लाइन की चपेट में आते ही कांवड़िया करंट की चपेट में आ गए और झुलस गए,इनमें से कई नीचे गिर पड़े। वहीं अन्य कांवड़ियों में चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में झुलसे लोगों को 108 एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पांच शिवभक्तों को मृत घोषित कर दिया गया।

हादसे की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों को भी सूचना दी गई। बताया गया कि झुलसे कांवड़ियों में हिमांशु, महेंद्र, प्रशांत और लखमी की मौत हो गई है। ये भावनपुर थानाक्षेत्र के राल चौहान के ही रहने वाले हैं।

इसके अलावा कई घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं कांवड़ियों ने घटना के विरोध में जाम लगा दिया है पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही कांवड़ियों के परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

बताया गया कि मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मनीष (18) मृत हालत में लाया गया। मेडिकल स्टाफ ने मनीष की मौत की पुष्टि की है। वहीं तीन झुलसे हुए कांवड़ियों के वेदांत अस्पताल शास्त्रीनगर में भर्ती कराए जाने की बात कही जा रही है।

बताया गया कि मृतकों में दो सगे भाई और चाचा भतीजा भी शामिल हैं। वहीं अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझते हुए लक्ष्य ने भी दम तोड़ दिया। डीएम दीपक मीणा ने कुल छह मौतों की पुष्टि की है।