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लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ================ शादी के बाद विदाई का समय था, नेहा अपनी माँ से मिलने के बाद अपने पिता से लिपट कर रो रही थीं। वहाँ मौजूद सब लोगों की आंखें नम थीं। नेहा ने घूँघट निकाला हुआ था, वह अपनी छोटी बहनों एवं सहेलियों के साथ सजाई गयी गाड़ी के नज़दीक आ गयी […]
मेरी_धर्मपत्नी_और_मैं…….By-मुकेश_शर्मा
Lekhak Mukesh Sharma =============== #मेरी_धर्मपत्नी_और_मैं #मुकेश_शर्मा मेरी धर्मपत्नी अक्सर मुझे ताने देती है कि तुम आज तक मुझे कहीं घुमाने ले गये?मैं चुप रह जाता हूँ तो फिर कहती है कि आज तक तुमने इतनी फिल्में देखीं कभी मुझे भी पिक्चर हॉल का मुँह दिखाया।वास्तव में मेरे पास उसके किसी प्रश्न का उत्तर नहीं।तुमने कभी […]
पुरुष के पैरों की ज़ंज़ीर क्या है?
Sarvesh Kumar Tiwari ================= · पुरुष के पैरों की जंजीर क्या है? दायित्वों का बोझ! परिवार और समाज की उम्मीदों का दबाव! स्वयं से जुड़े हर व्यक्ति की आवश्यक्ताओं को पूरा करने की सहज मासूम जिद्द … मजा यह कि पुरुष अपने पैरों में यह जंजीर स्वयं बांधता है। जीवन भर बंधा रहता है, कभी […]