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मोदी के भाषण पर मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर कई विपक्षी पार्टियों के नेता निशाना साध रहे हैं, किसने क्या कहा, जानिये!

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्षी पार्टियों के नेता निशाना साध रहे हैं.

पीएम मोदी ने लाल किले पर दिए भाषण में अगले साल का भी ज़िक्र किया था. उन्होंने कहा था, “मैं अगले 15 अगस्त को इस लाल किले से आपके सामने देश की उपलब्धियां रखूंगा.”

इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस चीफ़ ने कहा, “ये जो कह रहे हैं वो अहंकार की बात है. ये तो 2023 है, 2024 में मैं (खड़गे) फिर झंडा फहराऊंगा (लाल किले पर) ये तो अहंकार की बात है.”

पीएम के बयान पर तंज़ करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वो (पीएम मोदी) अगले साल झंडा फहराएंगे, अपने घर के ऊपर फहराएंगे.”

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण में मणिपुर और हरियाणा की हिंसा का मुद्दा उठाया.

केजरीवाल ने कहा, “आज मन व्यथित है. आज देश के कुछ हिस्सों में एक भाई, दूसरे से लड़ रहा है. आज मणिपुर जल रहा है. वहां दो समुदाय एक-दूसरे की दुकानें जला रहे हैं, हत्याएं कर रहे हैं. एक-दूसरे की महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं. हरियाणा में भी दो समुदाय आपस में लड़ रहे हैं. ये विज्ञान का युग है, हम आपस में लड़ते रहे तो भारत विश्वगुरु कैसे बनेगा? कैसे तरक्की करेगा? अगर भारत को दुनिया का नंबर 1 राष्ट्र बनाना है तो 140 करोड़ लोगों को एक टीम की तरह रहना पड़ेगा.”

तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री जी ने आज के दिन भी भाषण में राजनीति लाने का प्रयास किया जो शोभा नहीं देता. देश के लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री जी स्टार्टअप इंडिया, मेकइन इंडिया के बारे में बोलें, हर साल रोज़गार देने की बात थी उस पर बोलें, 15 लाख देने की बात थी उसका क्या हुआ. आज के दिन कम से कम राजनीति नहीं करनी चाहिए थी.”

समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी और ये चिंता जताई कि भारत को जिस गति से विकास करना चाहिए था, वो नहीं हुआ.”

उन्होंने कहा, “दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में देखते हैं तो भारत को जितना आगे बढ़ना था उतनी रफ़्तार और तेज़ी से नहीं बढ़ा.”

अखिलेश यादव ने कहा, “मणिपुर में जैसी घटना हुई, वो दुनिया में कहीं नहीं हुआ होगा. आज के दिन हम लोगों को ये भी अपील करनी चाहिए कि मणिपुर के लोग जिस सद्भावना के साथ, जिस प्रेम के साथ मिलजुलकर रह रहे थे वैसे ही दोबारा रहें. देश के किसी कोने में किसी भी बेटी के साथ ऐसा व्यवहार ना हो.”