पूर्व काबीना मंत्री और वरिष्ठ सपा नेता आजम खां ने कहा, आयकर छापे में मेरे पास 3.5 हजार रुपये मिले, यही हमारी दौलत है, फकीर के यहां और मिलेगा भी क्या। छापे की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए बोले, क्या हम चोर हैं जो हम पर हजारों करोड़ रुपये निकाल दिए, क्या हम जौहर यूनिवर्सिटी को कब्र में ले जाएंगे, और कितना जीएंगे।
जिस दौर में हर इंग्लिश मीडियम स्कूल की फीस 2000-2500 हजार है, वहां आजम खां के स्कूल की फीस मात्र 300-350 रुपए थी
फिर भी BJ Party ने अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए उनके स्कूल को बंद कर दिया और अब उनकी तेढी़ नजर जौहर यूनिवर्सिटी पर है pic.twitter.com/WH7g61VAnD
— Youth Against Hate (@YouthAgnstHate) September 18, 2023
वह रविवार को गोविंदपुरम के शताब्दीपुरम में भाकियू से जुड़े हरेंद्र सिंह उर्फ ताऊ से मिलने उनके घर आए थे। मुलाकात के बाद मीडिया से रूबरू उन्होंने कहा, जब इनकम टैक्स वाले आए थे, तभी कह दिया था कि कुछ नहीं मिलेगा।
छापे में छोटे बेटे के पास दो हजार, बड़े के पास नौ हजार, मेरे पास साढ़े तीन हजार और पत्नी के पास 100 ग्राम गहने मिले। जो हमारे पास नहीं था, वही हमारी दौलत है।
मैं कमजोरों को पढ़ाना चाहता हूं
आजम खां ने कहा, मदन मोहन मालवीय और सर सैयद तक ने शिक्षा के लिए भीख मांगी थी। जौहर यूनिवर्सिटी टाटा-बिरला का इंस्टीट्यूट नहीं है। ये एक मिशन है। यहां की फीस सरकारी स्कूलों के बराबर है। किताब और ड्रेस फ्री हैं। उस इमारत को भी सरकार ने खाली करा दिया।
क्या पूरी दुनिया में कोई ऐसी मिसाल है जब शैक्षणिक संस्थान पर आईटी की रेड हुई हो? बच्चों को भगा दिया। छह दिन के लिए स्कूल बंद कर दिया गया। दरवाजे तक तोड़ दिए गए। मैं निशाने पर इसलिए हूं, क्योंकि कमजोरों को पढ़ाना चाहता हूं।
प्यार-मोहब्बत कायम करेंगे मोदी
आजम ने कहा, पीएम मोदी इस देश को शांति से चलाएंगे, प्यार-मोहब्बत कायम करेंगे, नफरतें खत्म करेंगे। ऐसी हम उम्मीद करते हैं। ऐसा उन्हें करना भी चाहिए, क्योंकि वह इस देश के सबसे बड़े व्यक्ति हैं।