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गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये…..By-धीरज चित्रांश
धीरज श्रीवास्तव चित्रांश =============== गांधी जी की पुण्य तिथि पर एक पुराना गीत विशेष … गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये। खद्दर पहन के बापू के सब बन्दर भाग गये। जब से आज़ादी आईं, ज्यादा बर्बादी लाई। चौड़ी कर डाली तुमने, धनिकों श्रमिकों की खाई। रूहें हुई इतनी काली, गंगा मैली कर […]
मूँगफली के छिलके : मुकेश कुमार की रचना
Kumar Mukesh · ============= · मूँगफली के छिलके : ————— संतोष रोज़ शाम की तरह आज भी टहल कर वापस आया और टीवी वाले रुम में रखे टेबल पर बैठ गया. छोटा भाई और संतोष की बेटी टीवी देख रहे हैं. दोनों टीवी देखने में इतने मशगूल हैं की ध्यान ही नहीं दिया. संतोष की […]
जब भी पति पत्नी में लड़ाई हो तब…!!!
Meghraj Singh ========== जब भी पति पत्नी में लड़ाई हो तब वह लड़ाई के दौरान आए हुए ग़ुस्से को सायरी के ज़रिये कैसे दूर करें —- पति की ओर से पत्नी के लिए शायरी- आओ तुम्हें आज मैं अपने गले से लगा लूँ । दुनिया के सभी फूल तुम्हारे क़दमों में बिछा दूँ । जी […]