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बैठी हूं ख़ामोशियां ओढ़कर बस इंतज़ार तेरा है : प्राची मिश्रा की रचना पढ़िये
Prachi Mishra ============== बैठी हूं खामोशियां ओढ़कर बस इंतजार तेरा है आ भी जाओ वो कहानियां लेकर जिन किस्सों में हक बस मेरा है तुम न आए तो ये रात कैसे ढलेगी कैसे आएगी सुबह,कब तक शमा ये जलेगी आ भी जाओ ओस की डोलियां लेकर तुमसे रात तुम्हीं से मेरा सवेरा है बात की […]
छोटा पाकिस्तान…”बिटिया, मेरा बेटा बंबई में मजूरी करता है”
Kavita Krishnapallavi ============= रोशनाबाद कविता श्रृंखला छोटा पाकिस्तान गफूर मियाँ की साइकिल मरम्मत की गुमटी है रोशनाबाद में I रहते हैं पठानपुरा में जिसे अब पठानपुरा कोई नहीं कहता, सभी छोटा पाकिस्तान कहते हैं I गफूर मियाँ रोज़ाना छोटा पाकिस्तान से आज के हिन्दुस्तान आते हैं और हिन्दू-मुसलमान, सभी मज़दूरों की साइकिलों की मरम्मत करते […]
यहाँ से निकलने के बाद भी कोई ना कोई ज़िन्दगी तो होगी
Voice of indian muslim ===================== एक माँ की बच्चेदानी में दो बच्चे थे, दोनों आपस में बातें करने लगे, एक ने दूसरे से पूछा, “क्या तुम इस थैलीनुमा संसार के पश्चात भी किसी और संसार पर विश्वास रखते हो ?” दूसरे ने कहा, “अवश्य , यहाँ से निकलने के बाद भी कोई ना कोई ज़िन्दगी […]