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युद्धग्रस्त ग़रीब यमनी राष्ट्र की ग़ैरत को सलाम, फ़िलिस्तीनियों को अकेला नहीं छोड़ने का एलान : रिपोर्ट

युद्धग्रस्त ग़रीब यमनी राष्ट्र की ग़ैरत को सलाम, आतंकी इस्राईल पर हमले तेज़ करने की तैयारी, फ़िलिस्तीनियों को अकेला नहीं छोड़ने का एलान
यमन की राष्ट्रीय मुक्ति सरकार के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर यमनी सशस्त्र बलों द्वारा ड्रोन और मीज़ाइल हमलों के बाद सनआ और अधिक हमले करने के लिए तैयार है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, आतंकी अवैध इस्राईली शासन 7 अक्तूबर से लगातार ग़ज़्ज़ा की मज़लूम जनता पर बमों को बरसा रहा है। उसके इन पाश्विक हमलों में अब तक साढ़े आठ हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। शहीद होने वालों में बच्चों और महिलाओं की संख्या सबसे ज़्यादा है। वहीं बीस हज़ार से अधिक लोग घायल हो चुके है, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इस समय ग़ज़्ज़ा के लोगों के समर्थन में जो इस्लामी देश खुलकर बोल रहा है और मदद कर रहा है वह है इस्लामी गणराज्य ईरान। वहीं इस्राईल द्वारा किए जाने वाले अत्याचारों के ख़िलाफ़ दुनिया के बहुत सारे देशों में विरोध-प्रदर्शन भी हो रहे हैं। लेकिन जिस प्रकार अरब देशों की प्रतिक्रिया सामने आनी चाहिए थी वह अब तक देखने को नहीं मिली है। इस बीच जहां पश्चिमी एशिया के अमीर अरब देश अमेरिका और यूरोपीय देशों के दबाव में फ़िलिस्तीनी जनता पर अत्याचार होते हुए ख़ामोशी से देख रहे हैं वहीं इस क्षेत्र का सबसे ग़रीब और युद्धग्रस्त अरब देश यमन अवैध आतंकी इस्राईली शासन के ज़ुल्मों का जवाब देने की भरपूर कोशिश कर रहा है। यमन की राष्ट्रीय मुक्ति सरकार के रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अब्दुल्लाह बिन आमिर ने कहा है कि हाल ही में अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन पर किए गए मीज़ाइल और ड्रोन हमले यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रमुख अब्दुल मलिक बद्रुद्दीन अलहौसी के आदेश पर अंजाम दिए गए हैं।

अब्दुल्लाह बिन आमिर ने अपने बयान में कहा है कि यमनी की सशस्त्र सेना आतंकी इस्राईली सेना के अत्याचारों के जारी रहने तक फ़िलिस्तीनी जनता की मदद और समर्थन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि इस्राईल और हमास के बीच युद्ध में शामिल होने का फ़ैसला यमनी राष्ट्र का अपना निर्णय है। यमन के रक्षा मंत्रालय का यह बयान यमन की सशस्त्र सेना के प्रवक्ता यहया सरीअ के उस बयान के बाद सामने आया है कि जिसमें उन्होंने कहा था कि इस देश की ड्रोन और मिसाइल इकाइयों ने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के इलाक़ों को निशाना बनाया है और यह हमले अवैध ज़ायोनी शासन द्वारा किए जाने वाले अत्याचारों के जारी रहने तक किए जाते रहेंगे। यहया सरीक ने कहा कि हम अपने फ़िलिस्तीनी भाईयों को अकेला नहीं छोड़ सकते और जब तक इस्राईल उनपर पाश्विक हमले करता रहेगा हम भी बड़ी संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोनों से अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों को निशाना बनाते रहेंगे। बता दें कि यमनी सेना ने तीसरी बार आतंकी इस्राईली सेना के ठिकानों पर हमला किया है।