विशेष

ये श्रीमती रेखा शर्मा हैं जो राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष हैं, नारियों के सम्मान, रक्षा की इन्हें फ़िक्र नहीं!!

Pragya Mishra
@PragyaLive
देश फेक न्यूज की मंडी बन गया है..बंगाल की घटना को पुलिस फेक बता रही है..मणिपुर की बेशर्मी छिपाने के लिए बंगाल का उदाहरण देने वाले..संवेदनहीन लोग पुलिस का बयान सुनें..सब कुछ राजा की आंख के नीचे हो रहा है..एक राज्य के नंगे बदन की तुलना दूसरे राज्य के नंगे बदन से हो और राजा की नाकामी छिप जाए इससे ज्यादा राजा को क्या चाहिए..देश को अफवाहों की आग में झोका जा रहा है..हम विश्वगुरु बनने निकले थे फेक गुरु बन गए हैं..फेक न्यूज के कारण मणिपुर कांड हुआ..फिर बेशर्मों ने फेक न्यूज से मुस्लिम एंगल डाल दिया..सत्ता के तलवे चाटते चाटते भारत का गोदी मीडिया राजनीतिक दास बन गया है..और दास देश के सीने में फेक न्यूज धांस रहा है..देश लहू लुहान है.. #ManipurViolence

Alka Lamba 🇮🇳
@LambaAlka
भाजपा से जुड़ी महिला की बेशर्मी देखिए – इसका कहना है कि नॉर्थ ईस्ट की महिलाएँ अपनी बॉडी का इस्तेमाल (कपड़े उतार कर प्रदर्शन करना) आम करती हैं – इस लिए भाजपाई पुरषों को यह आजादी मिली कि वह महिलाओं को कुछ नंगा कर, उन्हें सडकों पर दौड़ाएं और उनका सामुहिक बलात्कार कर , विडिओ वायरल कर, उन्हें और देश को शर्मशार करें – थू हैं तुम जैसी संघी महिलाओं की सोच पर. घिन्न आती है तुम जैसी महिलाओं पर.

Wg Cdr Anuma Acharya (Retd)
@AnumaVidisha
एक दृष्टि में अभिजात्य दिखने वाली ये महिला श्रीमती रेखा शर्मा हैं, जो राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष हैं.

ताउम्र इन्हें एक सैन्य अधिकारी की पत्नी होने के नाते सम्मान मिला लेकिन दूसरी नारियों के सम्मान की रक्षा की इन्हें फ़िक्र नहीं!!

मणिपुर के निर्वस्त्र वीडियो की खबर 38 दिन से इन्हें थी. जैसा कि खबरों में बताया गया कि इन्हें इस बारे में ई मेल भी मिली थी, लेकिन 38 दिनों से उस शर्मनाक घटना के ऊपर ये यक्षिणी बनकर बैठी रहीं!

मैं इनके नैतिक पतन पर आज इन्हें धिक्कारती हूँ क्योंकि 38 दिनों तक अपने inaction से इन्होंने स्वयं को सत्ता के चरणों में समर्पित किया हुआ दर्शा दिया है!

बेशर्मी की नई नई मिसाल BJP से जुड़ी सभी महिला नेत्रियों की जनता के समक्ष दी गयी प्रतिक्रिया में निरंतर देखने को मिली है – चाहे सांसद मीनाक्षी लेखी की एक महिला पत्रकार के सवालों से बचकर लगाई गयी दौड़ हो, स्मृति ईरानी की सेलेक्टिव नाटकीयता हो या श्रीमती सीतारमण की इस नृशंस कृत्य पर अबूझ चुप्पी या फिर इस दिशा में चुप्पी का नया कीर्तिमान बनाने वालीं महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा!

महामहिम का नाम इन लोगों के साथ नहीं जोड़ेंगे, क्योंकि वे राष्ट्रपति हैं, आदिवासियों पर होती क्रूरता की एक मूक दर्शक !

डिस्क्लेमर : ट्वीट्स में लोगों के अपने निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है