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ये है भाजपा के ‘नारी वंदन’ का सच

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
ये है भाजपा के ‘नारी वंदन’ का सच।

अपने वेतन को पाने और महंगाई के इस दौर में थोड़ा बढ़ाने के लिए जब प्रदेश की वो बहन-बेटियाँ धरने पर बैठी हैं जो ‘डायल 100’ के ज़रिए दूसरों के दुख-दर्द को सबसे पहले सुनकर उनकी मदद की व्यवस्था करती हैं। ये कैसी विडंबना है कि आज उनकी ही सुनने वाला कोई नहीं है।

5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के स्वप्न-सौदागर दिल्लीवालों और 1 ट्रिलियन के दावेदार लखनऊवालों के पास क्या इन नारियों को देने के लिए कुछ भी नहीं है, लगता है सारा ख़ज़ाना ‘नारी वंदन’ के नाम पर आत्म प्रचार में ही ख़त्म हो गया है।