नयी दिल्ली, नौ अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता सचिन पायलट की ओर से राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर ताजा हमला किए जाने के बाद रविवार को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पायलट का इस तरीके से संवाददाता सम्मेलन करना ‘‘उचित नहीं’’ है और उन्हें पहले उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाना चाहिए था।.
रंधावा को पिछले साल दिसंबर में राजस्थान का एआईसीसी प्रभारी बनाया गया था। रंधावा ने कहा कि उन्होंने प्रभार संभालने के बाद से पायलट के साथ 20 से अधिक बैठकें की हैं लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उनके सामने भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं उठाया।.
"हर मामले में अशोक गहलोत सुलझे हुए नेता हैं.."
सचिन पायलट के बयान पर बोले CM भूपेश बघेल@bhupeshbaghel pic.twitter.com/Mbui7csPxI
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गहलोत सरकार के खिलाफ धरना देंगे पायलट
सचिन पायलट ने एक बार फिर प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को खुलकर टारगेट किया। पायलट ने गहलोत-वसुंधरा में गठजोड़ और मिलीभगत के सवाल खड़े करते हुए दोनों को जमकर आड़े हाथ लिया। पायलट ने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप लगाकर कांग्रेस सत्ता में आई है। पायलट बोले- गहलोत के साथ मैंने और सभी कांग्रेस नेताओं ने पिछली बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगाते हुए जनता से वादा किया था कि हमारी कांग्रेस सरकार आएगी, तो पूरी जांच करवाई जाएगी और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन आज दुख की बात है कि करीब साढ़े 4 साल का समय कांग्रेस को सत्ता में रहते हो गया, अब तक कोई जांच नहीं करवाई गई।
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सचिन पायलट पार्टी के लिए संपत्ति हैं। अगर वह सवाल उठा रहे हैं तो उनके सवाल का सम्मान होना चाहिए। उनको मुद्दे उठाने का हक है। लोकतांत्रिक पार्टी में कोई भी अपनी आवाज़ उठा सकता है: सचिन पायलट द्वारा वसुंधरा राजे की सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ अशोक गहलोत सरकार की कार्रवाई…
Aadesh Rawal
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सचिन पायलट के एक दिन के अनशन मे किसी भी विधायक को आमंत्रित नहीं किया गया है।
Aadesh Rawal
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सितंबर में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ख़िलाफ़ 3 लोगों ने बग़ावत की। अनुशासनहीनता का नोटिस दिया गया। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने के लिए एक दिन के अनशन की घोषणा की है। क्या यह अनुशासनहीनता है ?
कांग्रेस सरकार के खिलाफ 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन करूंगा-पायलट
पायलट ने कहा पिछली वसुंधरा सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार की जांच के लिए ज्योतिबा फुले जयंती के उपलक्ष्य में मैं 11 अप्रैल को अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक पर एक दिन का धरना और अनशन दूंगा। पायलट बोले-पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों की जांच की मेरी मांग है। क्योंकि 6 महीने बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। पायलट ने कहा ये एक दिन का अनशन रहेगा। मैंने प्रशासन को इसके लिए सूचित कर दिया है। मैंने सीएम को चिट्ठियां लिखीं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनता में मैसेज देना ज़रूरी है कि कांग्रेस और बीजेपी में मिलीभगत नहीं है। पायलट बोले मैंने कांग्रेस आलाकमान को जो सुझाव दिए, राहुल गांधी को सुझाव दिए, उनमें ये एक यह भी था। पायलट सुबह 11 बजे से अनशन पर बैठेंगे।
राजस्थान की सियासत ले रही करवट….
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ज्योति बा फुले की जयंती के अवसर 11 अप्रैल को शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे। पायलट का यह अनशन कांग्रेस सरकार से करप्शन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर होगा@SachinPilot #Congress #Rajasthan pic.twitter.com/XqSKKbJwJv
— Shadab Ahmed (@Shadab524) April 9, 2023
गहलोत ने अब तक वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करवाई ?
पायलट ने पूछा-सीएम गहलोत की कांग्रेस सरकार ने अब तक पिछली वसुंधरा राजे की बीजेपी सरकार के घोटाले और भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं करवाई? यह चिंता की बात है, जबकि मैं दो बार सीएम गहलोत को इसके लिए पत्र लिख चुका हूं। अब चुनाव में 6 महीने बाकी हैं, जनता हमसे यह सवाल पूछ रही है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मन मे यह सवाल है, इसलिए जवाब देना जरूरी है।
राजस्थान में गहलोत सरकार से करप्शन के ख़िलाफ़ कार्रवाई की माँग को लेकर ज्योतिबा फुले की जयंती के दिन 11 अप्रैल को सचिन पायलट एक दिन का अनशन करेंगे @SachinPilot @ashokgehlot51 pic.twitter.com/cnWpyN2IxY
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पायलट ने कहा कि मैंने कांग्रेस आलाकमान को भी यह सुझाव दिया था, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई या इम्प्लीमेंटेशन नहीं हुआ है। मैंने कहा था राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करवानी है तो यह काम करना होगा। अब चुनाव में केवल 6-7 महीने का समय बचा है। फिर आचार संहिता लग जाएगी, तो जांच कब करवाएंगे?
सचिन पायलट ने पिछली वसुंधरा सरकार पर घोटाले के आरोप लगाते हुए कहा कि वसुंधरा जी का कार्यकाल सबसे भ्रष्ट था। विपक्षी कुछ पार्टियां भ्रम फैला सकती हैं कि कांग्रेस-बीजेपी में मिलीभगत है। मैंने 28 मार्च 2022 और 2 नवम्बर 2022 को सीएम गहलोत को दो अलग-अलग लेटर लिखकर उन घोटालों की जांच कराने की मांग की। लेकिन आज तक उनका जवाब नहीं मिला है।
सचिन पायलट मुख्यमंत्री गहलोत के पुराने VIDEO दिखा रहे हैं अपने निवास पर जिन में गहलोत आरोप लगा रहे हैं पिछली सरकार पर,,,पायलट का कहना है कथनी करनी में फ़र्क़ है#Rajasthan pic.twitter.com/O7KaCVf0mk
— Shivendra Singh Parmar (@parmarshivendra) April 9, 2023
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के सत्ता में आने से पहले विपक्ष में रहते प्रेसवार्ता के वीडियो जारी कर कहा कि तब गहलोत ने खुद वसुंधरा सरकार में खान महाघोटाला, भ्रष्टाचार, 90 बी घोटाला, बजरी, खनन माफिया समेत कई घोटाले के आरोप पिछली बीजेपी सरकार पर लगाये थे। गहलोत ने कहा था कि कांग्रेस सरकार आएगी तो जांच करवाएंगे, आरोपी जेल में होंगे, लेकिन जांच नहीं करवाई जा रही। अवैध खनन, बजरी माफिया, शराब माफिया मामले में भी कार्रवाई की बात की थी। वीडियो बयान मीडिया में गहलोत पिछली बीजेपी की पिछली वसुंधरा सरकार के घोटाले और वसुंधरा मॉडल में 10 रुपए का शेयर 1 लाख रुपये में बिकने के आरोप लगाते नज़र आ रहे हैं। रिफाइनरी प्रोजेक्ट को रोकने, कारपेट घोटाला करने जैसे भी आरोप इसमें शामिल रहे। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार पर तब आरोप लगाए थे, लेकिन कोई जांच नहीं करवाई। गहलोत से ज़्यादा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते मैंने भी आरोप लगाए थे। इसलिए जनता में हमें कार्रवाई कर दिखाना होगा। पलटने का कहा कि प्रेसवार्ता मैंने इसलिए बुलाई है, ताकि पब्लिक डोमेन में यह बात जाए।
सचिन पायलट ने कहा कि आज केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है। कांग्रेस नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें समन भेजे जा रहे हैं। पेशियां लग रही हैं। लेकिन राजस्थान में हमारी ही कांग्रेस सरकार अपनी एजेंसियों का उपयोग और सदुपयोग तक नहीं कर रही है। बीजेपी की पिछली सरकार के भ्रष्टाचार की कोई जांच नहीं करवाई जा रही है। मेरे दो पत्रों का कोई जवाब तक नहीं दिया। जबकि सरकार के साढ़े 3 साल होने पर ही मैंने सीएम को इसकी मांग करते हुए पत्र लिखना शुरू कर दिया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता को यह पता चलना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है ?
पायलट के आरोपों को राठौड़ ने बताया बेबुनियाद
पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहे सचिन पायलट के प्रेसवार्ता बुलाकर पिछली वसुंधरा सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप लगाते हुए जांच की मांग करने पर बीजेपी की ओर से विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सियासी पलटवार किया है। राठौड़ ने कहा कि सचिन पायलट को पूर्ववर्ती भाजपा शासन पर अनर्गल आरोप लगाने की बजाय अपनी ही कांग्रेस सरकार के 4 साल 4 महीने के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों की भी निष्पक्ष जांच की मांग उठानी चाहिए थी। लेकिन दुर्भाग्य रहा कि उन्होंने अपनी ही सरकार के काले कारनामों पर एक शब्द भी नहीं बोला
सीएम और पूर्व डिप्टी सीएम के बीच अंतर्कलह बढ़ी
राठौड़ बोले-मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री के बीच की अंतर्कलह इस कदर बढ़ी हुई है कि अब पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन पर बैठेंगे। गहलोत शासन में प्रत्येक विभाग और योजना में ऊंचे से लेकर निचले लेवल तक भ्रष्टाचार का तांड़व है। अच्छा रहेगा कि हर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के नामजद एक-एक मिनी मुख्यमंत्री के कारनामों की भी जांच कराई जाए, ताकि भ्रष्टाचार की हकीकत प्रदेश की जनता को पता चल सके।