नई दिल्ली :राफेल सौदे पर सनसनीखेज खुलासा हुआ है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा है कि राफेल सौदे में अनिल अंबानी को दसाल्ट ने नहीं चुना था, और उनके पास कोई विकल्प ही नहीं था, हमने वही पार्टनर चुना जो हमें दिया गया।
यह खुलासा फ्रांस की न्यूज वेबसाइट मीडियापार्ट ने किया है. इस खुलासे के बाद पीएम मोदी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं, एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसेलमीन के नेता औवेसी ने भी इस डील पर सवाल उठाए हैं।
People of India would like to know who is lying. Is the former French President Hollande lying or our PM is not saying the truth? We want the Defence Minister to throw light on this: Asaduddin Owaisi on former French President Hollande's statement on #Rafale deal issue pic.twitter.com/7LA1YAMe7Z
— ANI (@ANI) September 22, 2018
औवेसी ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि रक्षा मंत्री और मोदी सरकार को बताना चाहिये कि झूठ कौन बोल रहा है, क्या फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद झूठ बोल रहे हैं या फिर मोदी सरकार ने देश से झूठ बोला है। औवेसी ने रिलायंस को राफेल बनाने की जिम्मेदारी देने पर भी सवाल उठाए हैं उन्होंने कहा कि जिसने कभी अपनी जिंदगी में प्लेन का एक पहिया तक नहीं बनाया हो उसे यह काम कैसे दे दिया गया।
Defence Minister @nsitharaman should immediately issue a statement on former French president Francois Hollande remarks on #RafaleDeal : AIMIM President Barrister Asaduddin Owaisi. pic.twitter.com/r74yG3aQmD
— Syed Abdahu Kashaf (@syedKashaf95) September 22, 2018
औवेसी ने कहा कि दो लोगों की डील है उसमें एक कुछ कह रहा है दूसरा कुछ और बता रहा है, जाहिर इन दोनों में से एक तो झूठ बोल रहा है, रक्षा मंत्री को तुरंत बयान जारी करना चाहिये और बताना चाहिये कि झूठ कौन बोल रहा है। औवेसी ने कहा कि सरकार को जनता को बताना पड़ेगा कि झूठ कौन बोल रहा है और सच कौन बोल रहा है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन के सांसद ने तंज करते हुए कहा कि राफेल डील पर अगर मोदी देश को सच नहीं बताते हैं तो फिर भ्रष्टाचार मिटाने के नारे का क्या होगा, उस जुमले का क्या होगा जिसमें कहा गया था कि न खाऊंगा न खाने दुंगा, औवेसी ने कहा कि जिस कंपनी ने कभी विमान का पहिया तक नहीं बनाया उसे राफेल बनाने की जिम्मेदारी कैसे दे दी गई।