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गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये…..By-धीरज चित्रांश
धीरज श्रीवास्तव चित्रांश =============== गांधी जी की पुण्य तिथि पर एक पुराना गीत विशेष … गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये। खद्दर पहन के बापू के सब बन्दर भाग गये। जब से आज़ादी आईं, ज्यादा बर्बादी लाई। चौड़ी कर डाली तुमने, धनिकों श्रमिकों की खाई। रूहें हुई इतनी काली, गंगा मैली कर […]
जीत गए तो वसुधा का सुख भोगोगे,,,हार गए तो फिर संघर्ष दुबारा है…..By -समीक्षा सिंह
Samiksha Singh ================== जय श्री राम मित्रो, मैं नित्य जागती हूँ इस उद्देश्य के साथ कि आज दिन में कम से कम एक हिन्दू को जाग्रत करूँगी, मैं सोती हूँ इस आशा में कि जब जागूँगी मेरे पास कुछ नया होगा इस राष्ट्र को देने के लिए ….. इसी उपाहपोह में कई मित्रों की टिप्पणी […]
जहां नभ से भू का नाता है, जहां धरा हमारी माता है, उस देश को भारत कहते हैं : लक्ष्मी सिन्हा की रचना
Laxmi Sinha ==================== · जिस देश का कण-कण सोना हो, जिस देश की नारी देवी हो जिस देश में गंगा बहती हैं, उस देश को भारत कहते हैं जहां भाई _भाई में प्रेम हो, भाई चारे का नेम हो जहां जात_ पांत का भेद न हो, उस देश को भारत कहते हैं जहां नभ से […]