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राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ जूठे आरोप लगाने पर अमित मालवीय, जेपी नड्डा और चंडीगढ़ बीजेपी चीफ़ के ख़िलाफ़ मानहानि मामले में एफ़आईआर दर्ज

बेंगलुरु पुलिस ने बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और चंडीगढ़ बीजेपी चीफ़ अरुण सूद के ख़िलाफ़ मानहानि मामले में एफ़आईआर दर्ज की है.

ये एफ़आईआर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ख़िलाफ़ ट्वीट करने को लेकर की गई है.

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख (केपीसीसी) के संचार उप प्रमुख रमेश बाबू ने 19 जून को पुलिस में शिकायत की थी जिसके एक सप्ताह बाद क़ानूनी सलाह पर शिकायत दर्ज की गई है.

केपीसीसी के संचार प्रमुख और मंत्री प्रियांक खड़गे भी इसमें शिकायतकर्ता थे.

उन्होंने मालवीय और सूद पर ‘अपने दर्शकों को भड़काने के उद्देश्य से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसके वरिष्ठ नेताओं के ख़िलाफ़ दुर्भावनापूर्ण, झूठी और भड़काऊ सामग्री फैलाने का आरोप लगाया है.’

साथ ही उनके ख़िलाफ़ ऐसे अपराध का आरोप लगाया है जिनमें आईपीसी की धाराओं 505(2), 153 ए, 120 बी और 34 के तहत सज़ा होती है.

प्रियांक खड़गे ने कहा है कि वीडियो और बीजेपी नेताओं के बयान ‘न केवल राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं की छवि ही ख़राब कर रहे हैं बल्कि सांप्रदायिक कलह को भड़का रहे हैं और कांग्रेस नेताओं के व्यक्तित्व को ग़लत तरीक़े से पेश कर रहे हैं.’

पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए (धर्म, जाति, भाषा के आधार पर दो समूहों में वैमनस्य फैलाना), 120बी (साज़िश), 504 (किसी को जानबूझकर उकसाने के लिए उसका अपमान करना) और 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) के तहत मामला दर्ज किया है.

एफ़आईआर में शिकायतकर्ता के रूप में प्रियांक खड़गे का नाम पुलिस ने हटा दिया है क्योंकि उसका तर्क था कि शिकायतकर्ता केवल एक ही हो सकता है.

प्रियांक खड़गे ने और क्या कहा

वहीं कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि ‘बीजेपी को जब भी क़ानून की आंच झेलनी पड़ती है तो वो रोती है. उनको क़ानून का पालन करने से दिक़्क़त है. उन्हें संविधान से दिक़्क़त है.जब हम क़ानून और संविधान का पालन करवाते हैं तो उन्हें उससे दिक़्क़त है.’

“मैं बीजेपी से यह पूछना चाहता हूं कि श्री मालवीय के ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर दर्ज की गई है उसका कौन हिस्सा दिखाता है कि ये जान-बूझकर के की गई है. कौन है जो वीडियो बना रहा है. कौन ही जिसने वीडियो फैलाया है. मैंने कर्नाटक के लोगों से वादा किया है कि फ़ेक न्यूज़ को ख़त्म करके रहेंगे.”

“हम क़ानून के दायरे में ये कर रहे हैं. हमने क़ानूनी राय के बाद ये काम किया है और बीजेपी इस पर क्यों बोल रही है. वो कोर्ट जाएं और इसका सामना क़ानूनी रूप से करें.”

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने 17 जून को एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘राहुल गांधी ख़तरनाक हैं और एक घातक खेल खेल रहे हैं.’

एफ़आईआर दर्ज होने के बाद अमित मालवीय ने एक बार फिर उसी वीडियो को रिट्वीट किया है.

यह एक कैरिकेचर वीडियो था जिसमें एक पात्र अंतरराष्ट्रीय मीडिया के दफ़्तरों में जाता है और वहां ‘भारत के टुकड़े-टुकड़े’ करने की बात करता है.