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पिछले कुछ दिनों से बहू के साथ एक विचित्र बात होती
Arvind Verma ============= घर की नई नवेली इकलौती बहू एक प्राइवेट बैंक में बड़े ओहदे पर थी । उसकी सास तकरीबन एक साल पहले ही गुज़र चुकी थी । घर में बुज़ुर्ग ससुर औऱ उसके पति के अलावे कोई न था । पति का अपना कारोबार था । पिछले कुछ दिनों से बहू के साथ […]
मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें…!
Shikha Singh ============== कालिदास बोले :- “माते पानी पिला दीजिये बड़ा पुण्य होगा” स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं, अपना परिचय दो…! मैं अवश्य पानी पिला दूंगी…! कालिदास ने कहा :- मैं “पथिक” हूँ, कृपया पानी पिला दें…! स्त्री बोली :- “तुम पथिक कैसे हो सकते हो” ? , पथिक तो केवल दो […]
अम्मा के पेड़……लेखक-संजय नायक ‘शिल्प’ की एक शानदार कहानी!
संजय नायक ‘शिल्प’ ============= अम्मा के पेड़। बचपने में ही उनकी अम्मा चल बसी थी। पर उसे पेड़ पौधों से बहुत प्रेम था, उसने आँगन में तुलसा, सदाबहार, जामुन, नींबू, अमरूद और आम के पौधे लगाए थे। जब तक वो जीवित थी, पौधे वृद्धि करते रहे। पौधों के साथ दोनो भाई भी बड़े हो रहे […]