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रूस और ईरान के रिश्ते बहुत मज़बूत हैं, रूस ईरान को अभूतपूर्व स्तर पर सैन्य मदद दे रहा है : रूस-ईरान से डरा अमेरिका-यूरोप : रिपोर्ट

अमेरिका ने दावा किया है कि रूस और ईरान के रिश्ते बेहतर हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी भी मजबूत हो रही है.

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि रूस ईरान को अभूतपूर्व स्तर पर सैन्य मदद दे रहा है.

अमेरिका का कहना है कि उसके पास ये रिपोर्ट है कि दोनों देश मिलकर ‘हमलावर ड्रोन’ का उत्पादन करने वाले हैं.

उधर ऑस्ट्रेलिया ने ईरान के तीन लोगों और एक ईरानी बिज़नेस पर ये कहते हुए प्रतिबंध लगा दिया है कि वो यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल होने के लिए ड्रोन सप्लाई कर रहा है.

शनिवार को ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पैनी वॉन्ग ने एक बयान जारी कर कहा, “रूस को ईरान के ड्रोन सप्लाई के सबूत ये बताते हैं कि ईरान वैश्विक सुरक्षा को ख़तरे में डाल रहा है. जो कोई भी रूस को समान की सप्लाई कर रहे हैं उन्हें इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा.”

हाल के वक़्त में यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया था कि वो उसकी जगहों पर हमले करने कि लिए ईरान के ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है. इसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध में ईरान की भूमिका को लेकर चर्चा छिड़ गई थी.

ईरान ने पहले इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया था, हालांकि बाद में उसने कहा था कि यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले उसने (ईरान ने) कुछ हथियार रूस को दिए थे.

जॉन किर्बी ने क्या कहा?

जॉन किर्बी ने कहा, ” सैन्य मामले में रूस के लिए ईरान सबसे बड़ा मददगार बन गया है. अगस्त के महीने से ईरान ने रूस को कई सौ ड्रोन दिए हैं. इन मानवरहित उड़ने वाले हथियारों की मदद से यूक्रेन के महत्वपूर्ण ढाचों पर रूस हमले कर रहा है और मासूम यूक्रेनी नागरिक मारे जा रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद उसे ईरान से होने वाली ड्रोन की सप्लाई बढ़ गई है और रूस की सैन्य काबिलियत बढ़ाने में ये बहुत मददगार हैं. इन ड्रोन हमलों के कारण यूक्रेनी ढांचे को जो नुक़सान पहुंच रहा है उसके कारण लाखों लोगों को बिजली, सर्दियों के दिनों में हीटर की सुविधा और अहम सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. असल में ईरान की हरकतों के कारण यूक्रेन में लोग मर रहे हैं.”

जॉन किर्बी ने आरोप लगाया कि रूस और ईरान ने ‘हमलावर ड्रोन’ का उत्पादन करने के लिए हाथ मिलाया है.

किर्बी ने कहा कि ड्रोन बनाने को लेकर दोनों के बीच की साझेदारी का बड़ा खामियाज़ा यूक्रेन, ईरान के पड़ोसी मुल्कों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को झेलना पड़ सकता है.

उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि आने वाले महीनों में रूसी सेना को ईरान से मिल रही मदद बढ़ती जाएगी. हम ये भी मानते हैं कि ईरान रूस को सैंकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें भी देने वाला है. हमने इस तरह की रिपोर्टें देखीं है जिसने अनुसार रूस और ईरान घातक ड्रोन का उत्पादन करने के लिए हाथ मिला रहा है और इनका उत्पादन रूस में होगा. ईरान से हमारी अपील है कि वो इस रास्ते पर न चले और इस तरह के कदम न उठाए.”

‘वैश्विक सुरक्षा को ख़तरा’
किर्बी ने कहा कि हथियारों के विकास और उनके इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षण को लेकर रूस ईरान के साथ हाथ मिला सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका को डर है कि रूस “ईरान को आधुनिक सैन्य उपकरण देना चाहता है” जिसमें हेलिकॉप्टर और एयर डिफेन्स सिस्टम शामिल हैं.

इधर ब्रितानी विदेश मंत्री जेम्स क्लैवर्ली ने कहा है कि ईरान रूस का बड़ा समर्थक बन गया है. उन्होंने कहा कथित तौर पर कहा कि दोनों देशों के बीच ऐसे सौदे हो रहे हैं जिनसे वैश्विक सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा हो रहा है.

उन्होंने कहा कि दोनों के बीच ऐसे सौदे हुए हैं जिसके तहत ईरान ने सैंकड़ों ड्रोन रूस को दिए हैं. उन्होंने कहा, “इसके बदले में रूस ईरानी सत्ता को सैन्य और तकनीकी मदद मुहैया करा रहा है. इससे मध्य पूर्व में हमारे सहयोगियों और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर ख़तरा पैदा हो गया है.”

उन्होंने कहा कि वो अमेरिका की इस बात से सहमत हैं कि दोनों देशों के रिश्ते आने वाले महीनों में और मज़बूत हो सकते हैं और रूसी सेना के लिए ईरान का समर्थन भी बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में रूस ईरान से बैलिस्टिक मिसाइलें ले सकता है.

यूक्रेन का आरोप
यूक्रेन ने आरोप लगाया कि 17 अक्टूबर को हुए जिस हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हुई थी उसमें रूस ने कामिकाज़ी ड्रोन का इस्तेमाल किया था. उसने आरोप लगाया कि रूस को ये ड्रोन ईरान ने सप्लाई किए थे.

पहले ईरान से इस आरोप से इनकार किया, हालांकि बाद में कहा कि उसने “सीमित संख्या में युद्ध शुरू होने के कई महीनों पहले” रूस को ये ड्रोन दिए थे.

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने इसे झूठी सफ़ाई बताया और कहा कि यूक्रेन रोज़ाना कम से कम ऐसे दस ईरानी ड्रोन गिरा रहा है.

और क्या-क्या हुआ?
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्वी डोनबास के इलाक़े में महीनों से जारी युद्ध में रूस ने उसके शहर बाखमत को ‘मलबे में तब्दील कर दिया है.’
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि यूक्रेन से अनाज निकाल कर लिथुआनिया के बंदरगाहों तक पहुंचाने के लिए बेलारूस रास्ता देगा.
यूक्रेनी मानवाधिकार संगठन ‘लेंटर ऑफ़ सिविल लिबर्टीज़’ के प्रमुख का कहना है कि मुल्कों को अंतरराष्ट्रीय ट्राइब्यूनल बनाना चाहिए ताकी व्लादिमीर पुतिन के ख़िलाफ़ युद्ध अपराध का मामला चलाया जा सके. ‘सिविल लिबर्टीज़’ को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी ने कहा है वो इस प्रस्ताव पर विचार करेगा कि अंतरराष्ट्रीय बैन के बावजूद रूस और बेलारूस के खिलाड़ी एशिया में होने वाले खेल प्रतियोगियों में हिस्सा ले सकें.

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एल्सा मायशमान और सैम हैनकॉक
बीबीसी संवाददाता